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November 22, 2024 8:06 pm

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50 हजार की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़े गए ये अधिकारी, कहते हैं, वरिष्ठ नेताओं से हैं घनिष्ठ संबंध

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चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

बिजनौर: सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार की घटनाएँ कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। एक मामला सुलझता नहीं कि दूसरा सामने आ जाता है। ऐसा ही एक ताजा मामला उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले से आया है, जहां मिड-डे-मील के जिला समन्वयक राशू कुमार को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। विजिलेंस टीम ने राशू कुमार को गिरफ्तार कर बरेली ले गई।

राशू कुमार, जो कि रामोरूपपुर गांव के निवासी हैं, पिछले कई वर्षों से मिड-डे-मील के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर (डीसी) के पद पर तैनात हैं। परिषदीय स्कूलों में मिड-डे-मील वितरण का कार्य उनकी देखरेख में होता है। 

बुधवार को एक शिकायत पर बरेली से आई विजिलेंस टीम ने एक एनजीओ को मिड-डे-मील वितरण के लिए एनओसी देने के नाम पर 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए राशू कुमार को रंगे हाथ गिरफ्तार किया। यह भी बताया जा रहा है कि राशू कुमार संस्था को एनओसी देने के लिए लाखों रुपये की मांग कर रहे थे।

राशू कुमार की पत्नी आकांक्षा चौहान नूरपुर ब्लॉक की ब्लॉक प्रमुख हैं। संस्था की शिकायत पर विजिलेंस टीम ने बुधवार को उनके कार्यालय से 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए राशू कुमार को गिरफ्तार किया और उन्हें बरेली लेकर चली गई। 

राशू कुमार और उनकी पत्नी के सत्ताधारी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से घनिष्ठ संबंध बताए जाते हैं। आकांक्षा चौहान अक्सर पार्टी की बैठकों में उपस्थित रहती हैं और सोशल मीडिया पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी तस्वीरें भी वायरल होती रहती हैं।

इस घटना ने एक बार फिर सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार की गंभीरता को उजागर कर दिया है और यह सवाल उठाया है कि कब तक आम जनता को इन भ्रष्टाचारियों के जाल में फंसना पड़ेगा।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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