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November 2, 2024 7:57 pm

‘धक्का दिया, फिर कमरे में बंद कर दिया, मैं चिल्लाती रही….उसके बाद…’,कांग्रेस नेता राधिका खेडा के साथ आखिर क्या हुआ

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हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव के बीच कांग्रेस को झटके पर झटके लग रहे हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस की नेता राधिका खेड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के नेता सुशील आनंद शुक्ला और उनके दो साथियों ने उनके साथ अभद्रता करने की कोशिश की। 

इतना ही नहीं जब उन्होंने इसकी शिकायत पार्टी के शीर्ष नेताओं से की तो उसके बाद भी उन पर कोई एक्शन नहीं लया गया। कांग्रेस की पूर्व नेता राधिका खेड़ा ने कहा कि उन्होंने राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे और जयराम रमेश तक सबको इस आपत्तिजनक घटना के बारे में बताया गया, लेकिन आरोपी नेताओं पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इसलिए उन्होंने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया।

राम मंदिर यात्रा के कारण किया गया परेशान

राधिका खेड़ा ने पार्टी पर आरोप लगाया कि अयोध्या राम मंदिर की यात्रा के कारण उन्हें पार्टी के नेताओं द्वारा काफी परेशान किया गया। इसकी शिकायत जब उन्होंने छत्तीसगढ़ इकाई में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं सचिन पायलट, जयराम रमेश, भूपेश बघेल और पवन खेड़ा सहित अन्य नेताओं से की तो उसके बाद भी उनकी कोई सहायता नहीं की गई। जिसके बाद राधिका खेड़ा ने पार्टी के अंदर से पुरुषवादी मानसिकता को उजागर करने की कसम खा ली थी।

चुप रहने की मिली हिदायत

कांग्रेस की पूर्व नेता राधिका खेड़ा ने दावा किया कि उन्होंने जिस भी कांग्रेस नेता से बात की, उनमें से हर एक ने उन्हें चुप रहने की हिदायत दी और पार्टी के साथ तालमेल न रखने के लिए फटकार लगाई। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का जिक्र करते हुए खेड़ा ने आरोप लगाया कि सुशील आनंद द्वारा अपमान और मौखिक दुर्व्यवहार के बारे में जानने के बाद, पूर्व ने उन्हें छत्तीसगढ़ छोड़ने के लिए कहा था। राधिका खेड़ा ने सुशील आनंद शुक्ला पर आरोप लगाया कि उन्होंने मेरे साथ बदतमीजी की और गाली भी दी। जब मैंने फोन पर रिकॉर्डिंग करने की धमकी दी तो उनके साथ कमरे में मौजूद दो लोगों ने कमरा बंद कर दिया और मुझे गालियां देने लेगे। मैं चिल्लाती रही लेकिन उन्होंने मेरी एक न सुनी। उसके बाद मैंने दरवाजे को धक्का दिया और प्रदेश महासचिव के कमरे में चली गई और वहां उनकी शिकायत की लेकिन वो एक बार भी अपनी कुर्सी से नहीं उठे।

राधिका खेड़ा ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखे अपने इस्तीफे में कहा कि उन्हें पार्टी के भीतर से आलोचना का सामना करना पड़ा, क्योंकि वह राम मंदिर जाने और राम लला की मूर्ति के दर्शन करने से खुद को रोक नहीं सकीं।मैंने अपने जीवन के 22 साल इस पार्टी को समर्पित किए हैं और एनएसयूआई से लेकर कांग्रेस के मीडिया विभाग तक पूरी ईमानदारी से काम किया है। उसके बाद भी मुझे विरोध का सामना करना पड़ा क्योंकि मैं अयोध्या में राम का समर्थन करती हूं।

राधिका खेड़ा ने कांग्रेस नेता सुशील कुमार पर आरोप लगाया कि सुशील कुमार ने मुझे भारत जोड़ो यात्रा के दौरान शराब ऑफर की थी। उन्होंने मुझे बार बार फोन करके पूछा कि कौन सी शराब चाहिए। वह मेरे कमरे को भी बार- बार खटखटाते थे। जब मैंने इसकी शिकायत शीर्ष नेताओं से की मेरी कोई मदद नहीं की। हालांकि मुझे बाद में एहसास हुआ कि उन्होंने कोई मदद नहीं दी गई क्योंकि उनकी विचारधारा कांग्रेस के हिंदू विरोधी और राम विरोधी विचारों से मेल नहीं खाती थी।

Desk
Author: Desk

'श्री कृष्ण मंदिर' लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 500 वर्ग गज के क्षेत्र में बना है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है।