इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, अगर इरादा मजबूत हो तो सपने को पूरा होने से कोई बाधा नहीं रोक सकती। कसिली निवासी रवि मिश्र के साथ ऐसा ही कुछ हुआ है। किडनी फेलियर की समस्या से जूझ रहे रवि ने पहले राज्य सरकार की सहायता से एम्स दिल्ली में गुर्दे का सफल प्रत्यारोपण कराया। फिर जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह की पहल पर हुई क्राउड फंडिंग के जरिये बीएड की फीस भरकर अपनी पढ़ाई को नए सिरे से शुरू की।
भागलपुर ब्लॉक के कसिली ग्राम निवासी रवि मिश्र ने बताया कि गत वर्ष उनकी किडनी खराब हो गई थी और वे डायलिसिस पर थे। गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए उन्हें प्रदेश सरकार से 3.32 लाख रुपये की सहायता मिली और नई दिल्ली स्थित एम्स में उनके गुर्दे का सफल प्रत्यारोपण हुआ। दवा और विभिन्न प्रकार की जांचों में घर से भी काफी धन खर्च हुआ। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान पढ़ाई का दो सत्र बीत गया और पढ़ाई छूट गई। तबियत खराब होने के पूर्व वे इलाहाबाद विश्विद्यालय से गणित में एमएससी कर रहे थे। स्वस्थ होने के बाद उन्होंने दुबारा नये सिरे से पढ़ाई करने की ठानी और यू.पी.बीएड.जे.ई.ई. प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण की। लेकिन परिवार की आर्थिक दशा अच्छी नहीं थी लिहाजा उन्हें कोर्स की फीस भरने में समस्या आ रही थी।
कोई उपाय न सूझता देख उन्होंने 10 अक्टूबर को जिलाधिकारी को पत्र ईमेल कर अपनी समस्या से अवगत कराया और 75 हजार रुपये फीस भरने में सहायता की गुहार लगाई।
जिलाधिकारी ने रवि मिश्र द्वारा भेजे गए ईमेल का संज्ञान लिया और उनके द्वारा किए गए दावों की जांच कराई l जांच में उनके द्वारा बताए गए तथ्यों की पुष्टि हुई। इसके बाद जिलाधिकारी ने जन सहयोग के माध्यम से भटनी स्थित सिद्धेश्वर शीतलदेव नारायण महाविद्यालय में प्रथम वर्ष की फीस जमा कराई।
डीएम ने रवि के हौसले की प्रशंसा की और पढ़ाई के लिए शुभकामनाएं भी दी। बीएड में दाखिला होने के बाद अत्यंत प्रसन्न रवि मिश्र ने जिलाधिकारी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे उनके जीवन में बड़ा बदलाव आएगा और वे अपने अध्यापक बनने के सपने को पूरा कर सकेंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."