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November 1, 2024 10:06 pm

लंबे समय बाद मालवीय संस्थान को एक साथ मिला है पांच विषयों में संबद्धता

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

देवरिया भाटपाररानी. बुधवार को कस्बे के मदन मोहन मालवीय पीजी कॉलेज में एक साथ मिले पांच विषयों की संबद्धता के कक्षा संचालन का शुभारंभ भाजपा के वरिष्ठ नेता व संस्थान के प्रबंधक राघवेंद्र वीर विक्रम सिंह ने बतौर मुख्य अतिथि किया।

संबद्धता के मिले पांच विषयों में तीन यूजी एवं दो पीजी के शामिल हैं।इस सफलता के पीछे संस्थान के पुरुषार्थी प्रबंधक व प्राचार्य का संयुक्त प्रयास रहा है। क्षेत्र की बेटियों द्वारा यूजी में गृह विज्ञान एवं पीजी में वनस्पति विज्ञान तथा समाजशास्त्र विषय में संबद्धता के लिए मांग की जाती रही है। संभावना जताया जा रहा है कि अगले सत्र में एक नया कॉमर्स संकाय की भी संबद्धता प्राप्त हो जाय।

कक्षा संचालन समारोह को संबोधित करते हुए संस्थान के प्रबंधक राघवेंद्र वीर विक्रम सिंह ने कहा कि हमारे शिक्षक छात्र हितों को लेकर सजग हैं।समस्याओं को लेकर देर रात को भी यदि मुझे फोन किया गया हैं, तो मैंने उसका त्वरित निदान निकालने का प्रयास किया हूं।महाविद्यालय परिवार का सौभाग्य है कि हमें कुशल प्राचार्य मिले हैं।10 वर्षों में जो कार्य नहीं हो सका उसे उन्होंने 1वर्ष में पूरा करके दिखाया है। संबद्धता में लगे सभी आचार्यजनों के प्रति उन्होंने धनयबाद प्रकट किया। श्री सिंह ने उत्तम शिक्षा व्यवस्था एवं शैक्षणिक विकास के लिए अहर्निश प्रयासरत रहने का आश्वासन दिया। विद्यार्थियों की बौद्धिक प्रगति में निरंतरता को बनाए रखने को लेकर आचार्य जनों को रत रहने की अपेक्षा की। आचार्य जनों की ऊर्जा में यदि इसी तरह निरंतरता बनी रही तो प्राचार्य के प्रयास से अगले सत्र में आप लोग नए कॉमर्स संकाय का भी सत्रारंभ करेंगे।

संस्थान के उपाध्यक्ष डॉ पवन कुमार राय ने कहा कि लंबे समय बाद महाविद्यालय को पांच विषयों में एक साथ संबद्धता मिली है।दृढ़ निश्चय लेने वाला व्यक्ति इतिहास में एक नई लकीर अंकित कर देता है। टीम भावना से काम करने वाली गिलहरी का प्रयास भी उत्तम माना जाता रहा है।इसके लिए उन्होंने संस्थान के आचार्य जन को धन्यवाद ज्ञापित किया।

प्राचार्य प्रोफेसर सतीश चंद्र गौड़ ने कहा कि पुरुषार्थी व्यक्ति स्वार्थ से ऊपर उठकर कर्तव्य मानकर कार्य करता है। ऐसे मार्ग पर चलने वाले पथिक की राह में सफलता पलक बिछाए बैठी रहती है।

समारोह का संचालन समाजशास्त्र के प्राध्यापक डॉ धर्मजीत मिश्र ने किया। संबोधन प्रोफेसर कमलेश नारायण मिश्र, प्रोफेसर राम अवतार वर्मा, प्रोफेसर सुधीर कुमार शुक्ल, समाजशास्त्र के विभागाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार पांडेय आदि ने किया।इस दौरान डॉ रणजीत सिंह, पूर्व प्राचार्य डॉ राकेश कुमार, डॉ. मनीष नाथ त्रिपाठी,डॉ महेंद्र कुमार मिश्र, डॉ.श्रीनिवास मिश्र , डॉ अवनीत कुमार सिंह ,डॉ पूनम यादव, डॉ अंशुमान सिंह, भूगोल विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ अजय कुमार सिंह, डॉ.कनकलता ,डॉ.अभिमन्यू पांडेय, डॉ दिनेश कुमार शर्मा, डॉ. ज्ञान प्रकाश , डॉ अरुण कुमार मद्धेशिया, डॉ एस के पाठक, डॉ. ज्ञान प्रकाश ,डॉ जय सिंह, डॉ. संदीप रंजन, डॉ .शिव शंकर प्रजापति, डॉ. सौरभ पाल ,डॉ.प्रवीण प्रजापति, डॉ रवि सिंह, डॉ .कीर्ति जायसवाल, डॉ अवध बिहारी, डॉ. अमित यादव ,डॉ. श्याम चतुर्वेदी, डॉ शक्ति सिंह,प्रवीण प्रजापति, डॉ.रवि सिंह, कमलेश कुमार ,शिव प्रसाद , प्रवीण शाही सहित समस्त कर्मचारी वर्ग उपस्थित रहे ।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."