Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 11:53 am

लेटेस्ट न्यूज़

भारत विभाजन विभीषिका की याद में भाजपा कार्यकर्ताओं ने तिरंगा लेकर मौन जुलूस निकाला

16 पाठकों ने अब तक पढा

इरफान अली लारी की रिपोर्ट

देवरिया। स्वतंत्रता दिवस से पहले भारत विभाजन विभीषिका की याद में सोमवार को विधायक सभाकुवंर कुशवाहा के नेतृत्व में भाटपार रानी ब्लॉक मुख्यालय से लेकर आदर्श नगर पंचायत तक भाजपा कार्यकर्ताओं ने तिरंगा लेकर मौन जुलूस निकाला।

ब्लॉक परिसर में बने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के स्मारक स्थल पर क्षेत्रीय विधायक सभाकुवर कुशवाहा एवं जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित गिरीश चंद तिवारी सहित उपस्थित लोगों ने पुष्प अर्पित किया।

ब्लॉक सभागार में कार्यक्रम को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय विधायक ने कहा कि देश के बंटवारे के दर्द को कभी भुलाया नहीं जा सकता। 14 अगस्त 1947 में भारत का बंटवारा हमारे इतिहास का सबसे दर्दनाक घटना थी। इस विभाजन के कारण लाखों लोगों ने अपनों को खोया, क्रूरता और विस्थापन की विभीषिका झेलना पड़ा।

उन्होंने कहा कि भारत की वर्तमान और भावी पीढ़ियों को विभाजन के दौरान लोगों द्वारा सही गई यातना और वेदना का स्मरण दिलाने के लिए 14 अगस्त को भारत विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस घोषित किया गया।

कार्यक्रम की अध्यक्षता मंडल अध्यक्ष राजेंद्र जायसवाल ने किया। मौन जुलूस में प्रमुख रूप से पंडित गिरीश चंद तिवारी, क्षेत्रीय मंत्री हरिचरण कुशवाहा, बनकटा की ब्लॉक प्रमुख बिंदा कुशवाहा, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि भाटपार रानी लक्ष्मण प्रसाद खरवार, डॉ शम्स परवेज, सत्येंद्र पांडे, संजय पटेल, सुरेंद्र सिंह टुनटुन, सुरेश तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, अमित शाही, मंटू पटेल, राजेश गुप्ता, धीरज सिंह, गौतम प्रसाद, संतोष पटेल, चंदन मद्धेशिया, हनुमान जायसवाल, लाल बाबू यादव, लक्ष्मण सिंह कुशवाहा, हरिकेश कुशवाहा, अनिरुद्ध कुशवाहा, अरविंद कुशवाहा, संजय सिंह सैथवार, तारकेश्वर नाथ तिवारी, राघवेंद्र सिंह, विनय शाही, पंकज सिंह, प्रमोद सिंह बघेल, दुर्गा गुप्ता, धीरज गुप्ता, ऋतुराज गुप्ता, संजय जायसवाल, संतोष शाही, राजेश तिवारी, जीतू गुप्ता नागेंद्र पासवान, विजय कुशवाहा, अशोक कुशवाहा, सोनू वर्मा, विशंभर पांडे, आनंद पियूष, उपाध्याय, गोलू मौर्य, विक्की सिंह सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़