आनंद शर्मा की रिपोर्ट
जितना खूबसूरत चेहरा, उतना ही शातिर दिमाग, लेकिन उसने इस दिमाग का इस्तेमाल जुर्म की दुनिया में किया। पहले एक डॉन और फिर दूसरे के साथ मिलकर वो जुर्म की दुनिया में आगे बढ़ती गई। ये कहानी है राजस्थान की रहने वाली अनुराधा चौधरी की जिसे लोग लेडी डॉन या रिवाल्वर रानी के नाम से जानते हैं। जो राजस्थान के बड़े गैंगस्टर्स में से एक मानी जाती है। देश के सबसे बड़े गैंग लॉरेंस बिश्नोई गैंग से उसका सीधा संबंध है।
लेडी डॉन अनुराधा चौधरी की दूसरी दुनिया
राजस्थान के सीकर जिले में हुआ अनुराधा चौधरी का जन्म। मां की काफी जल्दी मौत हो गई पिता ने ही बेटी को पाल पोसकर बड़ा किया। पिता शिक्षक थे तो बेटी को भी पढ़ाया-लिखाया। वो चाहते थे बेटी पढ़ लिखकर काबिल बने। अनुराधा भी बचपन से पढने लिखने में काफी तेज थी। राजस्थान की एक यूनिवर्सिटी से बीटेक किया और इंजीनियर बन गई, लेकिन कॉलेज में पढ़ाई के दौरान अनुराधा को एक लड़के दीपक मिंज से प्यार हो गया।
इंजीनियरिंग करने के बाद चुना अपराध का रास्ता
दीपक भी अनुराधा के साथ ही पढ़ाई कर रहा था, पिता शादी के खिलाफ थे, लेकिन अनुराधा ने कॉलेज पूरा होते ही परिवार के खिलाफ जाकर दीपक से शादी कर ली। ये अनुराधा की पहली बगावत थी। परिवार से रिश्ता टूट गया। जिंदगी चलाने के लिए दीपक और अनुराधा दोनों ने शेयर ट्रेडिंग का काम शुरू कर दिया। वो लोगों से शेयर बाजार में इनवेस्ट करने के लिए पैसा लेने लगे। कुछ समय तो ये काम ठीक-ठाक चला, लेकिन फिर दोनों को इसमें काफी नुकसान हुआ। बस इसी नुकसान ने बदली दी अनुराधा चौधरी की जिंदगी। पैसा कमाने के लिए अनुराधा ने जुर्म का रास्ता चुना।
अनुराधा की आनंदपाल से बढ़ी करीबियां!
उस वक्त राजस्थान में गैंगस्टर आनंदपाल का काफी ज्यादा रुतबा था। अनुराधा आनंदपाल के संपर्क में आई। पढी-लिखी खूबसूरत तो ही। धीरे-धीरे दोनों के बीच करीबियां बढ़ने लगी। तब राजस्थान में जुर्म की दुनिया में आनंदपाल की तूती बोलती थी। वो वहां का सबसे बड़ा गैंगस्टर माना जाता था। हत्या, लूटपाट, किडनैपिंग हर जुर्म को लेकर उसपर केस दर्ज थे। अनुराधा भी आनंदपाल के गैंग का हिस्सा बन गई। आनंदपाल से अनुराधा की करीबियां बढ़ी तो पति दीपक मिंज से दूरियां बढ़ने लगी। कुछ ही समय बाद अनुराधा दीपक से अलग हो गई और फिर आनंदपाल के साथ रहने लगी। खबरें तो ये भी आई की अनुराधा ने आनंदपाल से शादी कर ली थी। हालांकि अनुराधा इस बात से इनकार करती रही।
आनंदपाल की मौत के बाद गैंग को संभाला
आनंदपाल और अनुराधा सालों तक साथ रहे। आनंदपाल ने जहां अनुराधा को रिवाल्वर चलाना और जुर्म की दूसरी बारीकियां सिखाई वहीं अनुराधा ने गैंगस्टर को अंग्रेजी बोलना सिखाया। अनुराधा काफी तेज दिमाग थी और कहते हैं आनंदपाल अनुराधा की हर सलाह को जरूर मानता था। साल 2017 में आनंदपाल एक पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। उस वक्त अनुराधा जेल में 2 साल की सजा काट रही थी। जेल से बाहर आई तो आनंदपाल के गैंग की कमान खुद संभाल ली। अब पूरा गैंग अनुराधा के हाथ में था।
बिश्नोई गैंग के काला जठेड़ी से की मंदिर में शादी
अपने गैंग को बढ़ाने के लिए अनुराधा ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग से दोस्ती कर ली। राजस्थान से हथियार सप्लाई का काम अनुराधा की गैंग की मदद होने लगा। बिश्नोई गैंग से दोस्ती हुई तो अनुराधा के रिश्ते काला जठेड़ी से बढ़े। काला जठेड़ी बिश्नोई गैंग के लिए ही काम करता है। पाकिस्तान से हथियार सप्लाई का काम काला जठेड़ी ही देख रहा है। अनुराधा और काला जठेड़ी एक साथ रहने लगे। यहां तक कि दोनों ने मंदिर में शादी भी कर ली। दोनों देश के अलग-अलग हिस्सों मे नाम बदलकर रहने लगे, लेकिन साल 2021 में पुलिस ने इन दोनों को गिरफ्तार कर लिया था।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."