सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
उत्तरप्रदेश के मैनपुरी में हुए नृशंस हत्याकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। जिले के अरसारा गांव में एक युवक ने अपने ही परिवार और रिश्ते के पांच लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी।
घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी ने खुद को भी गोली मारकर आत्महत्या कर ली। इस हत्याकांड के बाद पुलिस के सामने भी कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं। तो चलिए जानते हैं कि मैनपुरी हत्याकांड क्या है और इस मामले में अब तक क्या हुआ हुआ?
क्या है पूरा मामला?
दरअसल अरसारा गांव के रहने वाले सुभाष चंद्र के तीन बेटे हैं। सबसे बड़ा बेटा शिववीर यादव पुणे में एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। बीते दिनों सुभाष चंद्र दूसरे बेटे और शिववीर के भाई सोनू की शादी थी। अपने भाई की शादी में शामिल होने के लिए शिववीर भी पुणे से अपने गाँव आया था। भाई की शादी के अगले ही दिन शिववीर ने घर की छत पर सो रही नवविवाहित बहू की फरसा मारकर हत्या कर दी। इसके बाद पास में ही सो रहे अपने भाई सोनू की हत्या की। इसके बाद शिववीर आंगन में पहुंचा और वहां सो रहे अपने सबसे छोटे भाई भुल्लन, बहनोई सौरभ और भाई के दोस्त दीपक उपाध्याय की भी फरसे से काटकर हत्या कर दी।
बच गई पत्नी
पांच लोगों की हत्या करने के बाद शिववीर घर के बाहर पहुंचा। वहां शिववीर की पत्नी डॉली और मामी सुषमा सोई हुई थी। शिववीर ने उन दोनों को भी मारने का प्रयास किया, लेकिन उससे पहले ही वह जाग गए और शोर मचा दिया। वहीं उन्हें बचाने आए पिता पर भी शिववीर ने हमला कर दिया। उनकी आवाज सुनकर जब पड़ोस के लोग वहां पहुंचे तो शिववीर घर के पीछे भाग गया और फिर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली।
क्यों दिया वारदात को अंजाम?
इस पूरे घटनाक्रम के बाद यह सवाल उठ रहा है कि शिववीर ने आखिर ऐसा क्यों किया? पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
हालांकि माना जा रहा है कि शिववीर पर बहुत कर्ज था और वह कर्ज उतारने के लिए अपने परिवार से पैसे मांग रहा था। शादी के चलते परिजनों ने उसे पैसे देने से मना कर दिया था। हो सकता है, इस वजह से शिववीर ने गुस्से में आकर इस हत्याकांड को अंजाम दिया।
Author: samachar
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