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18 January 2025 5:53 pm

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चांदी ने पुलिस की इज्जत लूटी और तीन पुलिस वाले हो गए बर्खास्त ; लुटेरी पुलिस के गजब कारनामे

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट 

कानपुर/औरैया: यूपी के कानपुर देहात की पुलिस अपने कारनामों को लेकर सुर्खियों में बनी रहती है। जिन पुलिसकर्मियों के कंधों पर आपराधिक घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी थी, वे ही खाकी वर्दी में बदमाशों के साथ मिलकर लूट जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे हैं। पुलिसवाले बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे पर सर्राफा कारोबारी के परिवार को बंधक बनाकर बैग में रखी 50 किलोग्राम चांदी लूटकर फरार हो गए। इस घटना ने पुलिस विभाग का सिर शर्म से झुका दिया। इसे गंभीरता से लेते हुए एडीजी जोन ने आरोपी इंस्पेक्टर अजय पाल कठेरिया, दारोगा चिंतन कौशिक और हेड कांस्टेबल रामशंकर यादव को उत्तर प्रदेश पुलिस सेवा से बर्खास्त कर दिया है। यह चोरी औरैया जिले में मौल्हौसी गांव के पास हुई थी।

मूलरूप से कासगंज के रहने वाले अजय पाल कठेरिया कानपुर देहात के भोगनीपुर कोतवाली में इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। अजय पाल सीनियर इंस्पेक्टर थे और दो महीने बाद ही उनका प्रमोशन होने वाला था। जल्द ही वह सीओ बनने वाले थे लेकिन अजय पाल कठेरिया अपनी नौकरी से ही हाथ धो बैठे। नौकरी जाने के साथ उन्‍हें जेल की सजा भी काटनी पड़ेगी। उनके साथ बर्खास्त दारोगा चिंतन कौशिक बुलंदशहर का रहने वाले हैं। इंस्पेक्टर भोगनीपुर थाने में एक साल से ज्यादा समय से तैनात थे। भोगनीपुर कोतवाली में तैनाती के दौरान दारोगा चिंतन कौशिक और वे ही लेनदेन का काम करते थे।

इंस्पेक्टर ने कोतवाली में बैठकर बनाई लूट की योजना

सर्राफा कारोबारी मनीष सोनी बांदा के छोटी बाजार खिन्नीनाका के रहने वाले हैं। मनीष सोनी के यहां संजय चिकवा नाम का युवक काम करता था। संजय चिकवा को कारोबारी की गतिविधियों की बारे में जानकारी हुई तो उसे मनीष ने आठ महीने पहले काम से निकाल दिया था। संजय चिकवा ने हमीरपुर निवासी रफत से संपर्क किया। संजय ने रफत को बताया कि मनीष कब सोना-चांदी लेकर जाता है। दोनों ने मनीष को लूटने की योजना बनाई थी। लेकिन रफत ने इसकी जानकारी अपने दोस्त जमालुद्दीन को दी। जमालुद्दीन ने कहा कि भोगनीपुर इंस्पेक्टर मेरे मिलने वाले हैं, इस घटना में पुलिस शामिल हो जाएगी तो काम आसानी से हो जाएगा। इसके बाद भोगनीपुर इंस्पेक्टर अजय पाल कठेरिया ने कोतवाली में बैठकर लूट को योजना बनाई थी। लूट के लिए किराये की स्कार्पियो भी मंगाई गई थी।

परिवार को बनाया था बंधक

मनीष सोनी उर्फ सागर बीते 6 जून की रात क्रेटा कार से बेटे रवि सोनी, भाभी सोनाली, भतीजी आशी के साथ आगरा जा रहे थे। औरैया के मौल्हौसी गांव के पास वर्दीधारी इंस्पेक्टर अजय पाल कठेरिया, दारोगा चिंतन कौशिक और कांस्टेबल रामशंकर यादव ने सर्राफा कारोबारी को रोक लिया। अत्याधुनिक हथियारों के बल पर मनीष के पूरे परिवार को बंधक बना लिया। इसके बाद 50 किलो चांदी से भरा बैग लेकर फरार हो गए। ये लोग अपने साथ मनीष सोनी के चालक सदानंद को भी साथ लेते गए। उसे 15 किलोमीटर दूरी पर स्कार्पियों से उतार दिया था। वारदात के दौरान संजय चिकवा, रफत और जमालुद्दीन, राकेश दीक्षत भी मौजूद थे।

ऐसे हुआ लूट का खुलासा

सर्राफा कारोबारी मनीष सोनी ने लूट की एफआईआर सदर कोतवाली में दर्ज कराई थी। एसपी चारू निगम ने घटना का खुलासा करने के लिए 8 टीमों का गठन किया था। पुलिस की जांच के दौरान एक सीसीटीवी फुटेज हाथ लग गया जिससे इस बात की पुष्टी हो गई कि लूट की वारदात को भोगनीपुर कोतवाल अजय पाल कठेरिया ने अंजाम दिया है। एसपी ने इसकी जानकारी उच्चाधिकरियों को दी। अधिकारियों ने लूटी गई चांदी बरामद करने निर्देश दिए। औरैया एसपी और कानपुर देहात के एसपी बीबीजीएस मूर्ति की संयुक्त कार्रवाई करते हुए,इंस्पेक्टर के आवास पर छापेमारी की। एसपी ने इंस्पेक्टर के आवास से 50 किलोग्राम चांदी बरामद कर ली।

इनपर हुई कार्रवाई

इस घटना के बाद भोगनीपुर सीओ तनु उपाध्याय को भी हटा दिया गया। उन्हे पुलिस लाइन से अटैच कर दिया गया है। वहीं, लूट में शामिल इंस्पेक्टर, दारोगा और कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया था। इसके साथ ही एडीजी आलोक सिंह ने इंस्पेक्टर अजय पाल कठेरिया, दारोगा चिंतन कौशिश और हेडकांस्टेबल रामशंकर यादव की जांच कराई जिसमें तीनों पुलिसकर्मी दोषी पाए गए। जांच रिपोर्ट शासन को भेजी गई। इसके बाद एडीजी ने एक्शन लेते हुए, इंस्पेक्टर समेत तीनों पुलिसकर्मियों को नौकरी से बर्खास्त कर दिया।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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