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5 February 2025 10:28 pm

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एक से बढ़कर एक लेडी डॉन हैं यहां, शाइस्ता और रुबी तो कुछ भी नहीं उसके आगे, पढ़िए सनसनीखेज खुलासा

50 पाठकों ने अब तक पढा

सर्वेश द्विवेदी और राकेश तिवारी की रिपोर्ट 

लेडी डॉन के लिए अमूमन हिंदुस्तान में दिल्ली महाराष्ट्र और गुजरात ही बदनाम रहे हैं। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 24 फरवरी 2023 को जबसे उमेश पाल मर्डर केस की मुख्य षड्यंत्रकारी अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता परवीन का नाम उछला है।

तब से यूपी में भी ‘लेडी डॉन’ की पूछ कहिए या फिर ‘वैल्यू’ इन दिनों कुछ हद तक बढ़ गई है। ऐसा नहीं है कि यूपी में शाइस्ता परवीन और उसकी देवरानी जैनब फातिमा उर्फ़ रूबी (कत्ल किए जा चुके अतीक अहमद के बदमाश छोटे भाई अशरफ की बीवी), ही सूबे में सबसे बड़ी डॉन हों।

डॉन तो शाइस्ता और उसकी देवरानी से भी बड़ी मौजूद हैं यूपी से विशाल राज्य में। अगर इनामी राशि के हिसाब से देखें तो पांच लाख की फरार घोषित दीप्ती बहल का नाम यूपी में सबसे बड़ी मोस्ट वॉन्टेड है। जबकि खूनी कर्मकांडों का षड्यंत्र रचने की नजर से देखें तो, शाइस्ता परवीन और जैनब उर्फ रूबी हैं। आइए जानते हैं कि आखिर यूपी की कौन-कौन लेडी डॉन हैं?

यूपी पुलिस महानिदेशालय में मौजूद मोस्ट वॉन्टेड लेडी डॉन के नाम के सामने लिखा है दीप्ती बहल। दीप्ती बहल की गिरफ्तारी पर यूपी पुलिस ने पांच लाख की इनामी राशि लगा रखी है। मौजूदा और बीते लंबे समय में दीप्ती बहल यूपी जैसे विशाल सूबे की पुलिस की इकलौती सबसे बड़ी और कीमती मोस्ट वॉन्टेड ‘लेडी’ है। जिसका कनेक्शन देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के हाई टेक शहर नोएडा-ग्रेटर नोएडा से है। दीप्ती बहल और शाइस्ता परवीन के बीच फर्क भी देखना जरूरी है। दीप्ती बहल के खिलाफ किसी का खून करने-कराने या फिर किसी का अपहरण करने कराने, बमबाजों को इकट्ठा करके, एक ही जगह पर तीन-तीन हत्याओं को अंजाम दिलवा डालने सा यानी, शाइस्ता के ऊपर लगे आरोपों सा कोई आरोप नहीं है। सिवाए करोड़ों की हुई ठगी में कथित रूप से शामिल होने के।

ऐसे में सवाल निकल कर सामने आना लाजमी है कि आखिर फिर दीप्ती बहल कैसी और काहे की सबसे महंगी मोस्ट वॉन्टेड? दरअसल दीप्ती बहल यूपी पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक उसकी 5 लाख की फरार इनामिया मोस्ट वॉन्टेड है। जबकि शाइस्ता परवीन सिर्फ 50 हजार की फरार इनामिया मोस्ट वॉन्टेड है। मतलब इनामी राशि की नजर से देखें तो, यूपी पुलिस के लिए दीप्ती बहल कीमती है। अगर खूनी षडयंत्रों की नजर से और कत्ल-ए-आम कराने की नजर से देखें तो, यूपी पुलिस को दीप्ती बहल से भी ज्यादा कीमती और काम की, फरार चल रही शाइस्ता परवीन है।

वही शाइस्ता परवीन जिसके ऊपर 50 हजार का इनाम रखने के बाद भी, यूपी एसटीएफ और प्रयागराज पुलिस अभी तक उसे तलाश नहीं कर सकी। यहां तक कि उमेश पाल ट्रिपल मर्डर के बाद, शाइस्ता परवीन के शूटर बेटे असद अहमद खान को झांसी में पुलिस एनकाउंटर में निपटा चुकी है। शाइस्ता परवीन के शौहर और प्रयागराज के सजायाफ्ता माफिया डॉन अतीक अहमद और शाइस्ता के देवर (अतीक के छोटे भाई) अशरफ को, नौसिखिए लड़के गोली से उड़ाकर निपटा चुके हैं।

इसके बाद भी मगर शाइस्ता परवीन और उसकी फरार देवरानी जैनब उर्फ रूबी अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगी है। जिन्हें यूपी प्रयागराज की पुलिस और सूबे की एसटीएफ अपना मोस्ट वॉन्टेड मान रही है। बात अगर 5 लाख की इनामिया फरार मोस्ट वॉन्टेड दीप्ती बहल की करें तो, उसकी गिरफ्तारी पर हजारों करोड़ के बाइक बोट घोटाले में, यूपी पुलिस मेरठ की एंटी करप्शन ब्रांच ने साल 2020 के आसपास 50 हजार का इनाम घोषित किया था, बाद में यह इनामी राशि बढ़कर अब 5 लाख तक जा पहुंची है। इतनी ऊंची इनामी राशि हाल फिलहाल तो सिवाए दीप्ती बहल के, किसी भी महिला मोस्ट वॉन्टेड के ऊपर यूपी पुलिस ने नहीं लगाई है।

कहते हैं कि मेरठ के कंकरखेड़ा स्थित बद्रीपुरम निवासी दीप्ती के खिलाफ सैकड़ों मुकदमे दर्ज हैं और वो बीते करीब 4 साल से फरार है। दीप्ती बहल करीब 42 सौ करोड़ के बाइक बोट घोटाले के मास्टरमाइंड संजय भाटी की बीवी है। फिर भी जो यूपी पुलिस अमूमन 10-10 हजार रुपए की इनामी राशि रखकर शराब माफियाओं को डॉन घोषित कर डालने पर आमादा रहती हो, उस सूबे में 50 हजार और पांच लाख की इनामी राशि का बोझ सिर पर रखकर फरारी काट रही शाइस्ता परवीन या फिर दीप्ती बहल, तो फिर भी अव्वल दर्जे की मोस्ट वॉन्टेड ही कहलाएंगी।

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो यूपी की इस मोस्ट वॉन्टेड महिला डॉन की तलाश में यूपी पुलिस के साथ-साथ देश की तमाम अन्य एजेंसियां भी कई साल से भटक रही हैं। हालांकि इन तमाम खबरों के बीच मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बाइक बोट घोटाले में फंसे संजय भाटी के वकील पवन कसाना, दीप्ती बहल को पूरी तरह से बेकसूर बताते हैं। भले ही क्यों न सही 17 मार्च 2021 को दीप्ती का लोनी स्थित उसका घर भी ईओडब्ल्यू मेरठ द्वारा कुर्क किया जा चुका हो।

उमेश पाल ट्रिपल मर्डर में जहां पुलिस शाइस्ता परवीन और जैनब ऊर्फ रूबी की तलाश में खाक छान रही है। वहीं, इस वक्त इस कांड में और यूपी की मोस्ट वॉन्टेड महिला डॉन की लिस्ट में एक नाम आयशा नूरी का भी जुड़ गया है। यह उमेश पाल हत्याकांड की मोस्ट वॉन्टेड शाइस्ता परवीन, गुड्डू मुस्लिम और शूटर साबिर के काफी करीब बताई जाती है। यूपी पुलिस एसटीएफ के सूत्रों के मुताबिक, आयशा नूरी, शाइस्ता परवीन या फिर जैनब उर्फ रूबी तीन में से कोई भी एक अगर इस वक्त हाथ आ जाए तो, उमेश पाल ट्रिपल मर्डर की कई कड़ियां एक साथ जोड़ कर तफ्तीश को आगे बढ़ाया जा सकता है।

यह बात है साल 2015 में चर्चाओं में आने वाली लेडी किलर कहिए या फिर लेडी डॉन कोमल की, कोमल को प्रयागराज के दो गैंग्स के बीच चली आ रही दुश्मनी में विषकन्या की मानिंद इस्तेमाल करके गायब कर दिया गया। तब से अब तक उसका कोई पता ठिकाना नहीं है। यह भी मर्डर के मामले में यूपी पुलिस की मोस्ट वॉन्टेड महिला डॉन है। जुल्फिकार उर्फ तोता नाम के प्रयागराज के माफिया डॉन ने जैद नाम के एक युवको मरवाने के लिए इसी कोमल को मोहरे की मानिंद इस्तेमाल किया था।

कोमल ने जैद को प्रेमजाल में फंसाकर एक दिन बेली गांव में किराए के कमरे में मिलने को बुलाया। जहां पहले से जैद की तलाश में मौजूद दुश्मन गैंग ने उसे कत्ल कर डाला। उस कांड में इकरार नाम के बदमाश की भी मौत हुई थी। कोमल का जिक्र करने पर मालूम चलता है कि, उसे पुलिस पकड़ेगी भी तो कैसे, पहचानने के लिए उसकी एक फोटो तक यूपी पुलिस के पास नहीं है।

इसी तरह खूनी हसीनाओं में एक मोस्ट वॉन्टेड शामिल है मुस्कान। जिसे गिरफ्तार करने में प्रयागराज पुलिस आज भी नाकाम ही रही है, सुना है कि अब श्वेता गुप्ता प्रयागराज और कानपुर पुलिस के साथ-साथ, कुख्यात वाहन चोर गिरोहों के लिए भी सिरदर्द बन गई है। वो 6-7 मुकमदों में वांछित है. श्वेता माफिया डॉन है। यह तो सब जानते हैं। वो वाहन चोर गिरोह को भी चला रही है। यह भी पता है। इस सबके बाद भी मगर इस लेडी डॉन की शक्ल पुलिस को दिखाई नहीं दे रही है। इसे यूपी पुलिस के कई जिलों की क्राइम ब्रांच भी तलाश रही है।

कभी मीडिया से बातचीत में एसपी क्राइम रहे अरुण पांडेय ने कहा था कि, कानपुर की मूल निवासी श्वेता गुप्ता, एक्सीडेंटल वाहनों के कारोबार की आड़ में, कार चोर गैंग चला रही है। कुछ साल पहले उसने कानपुर के ट्रांसपोर्ट नगर में किराए के मकान में एक दफ्तर भी खोला था। पुलिस को जैसे ही भनक लगी उसके उस अड्डे को सील कर दिया। श्वेता के बारे में कहते हैं कि वाहन चोरी में इंडिगो कार उसकी पहली पसंद है। फेसबुक प्रोफाइल में श्वेता गुप्ता ने अपना संबंध उन्नाव से बताया है। कानपुर का कहीं जिक्र तक नहीं है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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