कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
हमीरपुर – पुलिस प्रशासन की सरपरस्ती में जनपद हमीरपुर में चल रहे अबैध खनन पर प्रशासन की चुप्पी को लेकर सवालिया निशान उठने लगे हैं।
दबंग खनन माफियाओं एवं सत्ता धारी कुछ छुटभैय्यै नेता व रसूखदारों से पुलिस प्रशासन के अधिकारियों का आखिर क्या रिश्ता है।
जैसा कि आप जानते हैं कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार के आदेशा अनुसार बताया गया कि हमारी सरकार में भ्रष्टाचार को बढ़ावा नहीं दिया जायगा। फिर जनपद हमीरपुर में अबैध खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने से क्यों बच रहे हैं। जिला अधिकारी हमीरपुर की ज़बाबदेई नहीं होनी चाहिए।
कई समाचार पत्रों के माध्यम से खबरें प्रकाशित की जा रही है। साथ ही खनन अधिकारी सुभाष सिंह महोदय को भी अवगत कराया गया। उसके बावजूद अधिकारी पत्रकारों से सबूत मांगते। अब ऐसी सबूतों को लेकर पूरी मीडिया टीम माननीय मुख्यमंत्री के पास लेकर जाएगी।
अब बात करते हैं बेतवा नदी तथा वर्मा नदी के बारे में। सूत्रों के अनुसार पत्रकारों को जानकारी मिली थी कि दबंग बालू खनन माफिया बलवंत सिंह उर्फ गुड्डू सिंह व कमल सिंह पुत्र रामसिंह तथा संजीव कुमार गुप्ता आदि के अबैध कच्चे पुल बनाकर बेतवा नदी तथा वर्मा नदी में दो घाट पर टैंडर सरकार द्वारा बालू खनन की तीन मीटर की अनुमति गाटा नम्बर 23/26 से दी गई। लेकिन 20 से 25 मीटर बालू निकालने का अबैध खनन धड़ल्ले चलाऐ जा रहें हैं। माना जाता है कि क्षेत्रीय खनन माफिया गुड्डू सिंह के सहयोगीयो का क्षेत्रीय पुलिस थानों दबदबा कायम हैं जिसमें थाना प्रभारी जलालपुर व थाना प्रभारी ललपुरा एवं थाना प्रभारी बीमार पुलिस प्रशासन के द्वारा बलवंत सिंह उर्फ गुड्डू सिंह जैसे लोग ठेंगा दिखाकर करोड़ों रुपए का सरकार को चूना लगाया साथ ही बेतवा नदी में लगभग 50 पोकलैंड मशीन तथा जेसीबी मशीनों की तो कोई गिनती नहीं है। इतनी बड़ी संख्या लगातार 400 से 500 ट्रको का झुंड लगा देखने को मिला साथ ही अबैध गाटा नम्बरो से बालू निकालने के नम्बर 23/27+23/28+23/29+23/31+10/36 पर अबैध खनन माफियाओं द्वारा रातों दिन की जा रही है।
पुलिस प्रशासन की मेहरबानियो कै कारण धंधा फल फूल रहे इस धंधे से गरीब पीड़ित किसानों की खड़ी फसलों को नुक्सान होने के बाबजूद किसान दबंगों के सामने अपना दर्द व्यक्त नहीं करते। यदि उत्तर प्रदेश सरकार की पुलिस प्रशासन के द्वारा संज्ञान नहीं लिया गया तो आने वाले समय में योगी सरकार को जनता जनार्दन ज़बाब देंगी।
सूत्रों के अनुसार जिला अधिकारी हमीरपुर के द्वारा उपजिलाधिकारी को जांच करने के आदेश जारी किए गए। अब देखना यह है कि हमीरपुर पुलिस प्रशासन खनन माफियाओं के खिलाफ क्या कार्रवाई करती है कि अवैध बालू निकालने में मदद करेंगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."