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सुहानी परिहार की रिपोर्ट
गुना, मध्य प्रदेश। जब प्यार किया तो डरना क्या, यह एक फिल्म के नाम का टाइटल है लेकिन यह टाइटल कब किसी के जीवन में फिट बैठ जाए यह कोई नहीं जानता और यह टाइटल अब मध्य प्रदेश के गुना की नाजनीन और उसके प्रेमी दीपक गोस्वामी की लव स्टोरी के मामले में बिल्कुल सटीक बैठता है। दोनों की शादी सोशल मीडिया पर छाई हुई है। दोनों की मुलाकात चार साल पहले टिकटॉक के जरिये हुई थी। लेकिन इस बीच भारत में टिकटॉक बैन हो गया तो दोनों ने एकदूसरे से नंबर ले लिए। दोस्ती प्यार में बदल गई। इसी बीच नाननीन के परिवार वालों को उसके अफेयर के बारे में पता चल गया तो उस पर सितम ढाने लगे। परेशान होकर नाजनीन ने अपने प्यार से दीपक से उसे घर से कहीं दूर ले जाने के लिए कहा। दीपाक के घरवालों ने भी उसकी शादी कहीं और तय कर दी लेकिन उसने यह शादी तोड़ दी। दोनों घर से भाग गए। बाद में नाजनीन ने अपने प्यार को हासिल करने के लिए अपना मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातन धर्म स्वीकार कर लिया। दोनों सात जन्मों के बंधन में बंध गए।
शल मीडिया पर छाई शादी
मंदसौर के गायत्री मंदिर में हुई एक शादी सोशल मीडिया पर छाई हुई है। युवती नाजनीन ने अपने प्यार को पाने के लिए सनातन धर्म स्वीकार करके हिंदू रीति-रिवाजों के अनुसार अपने प्रेमी दीपक गोस्वामी से शादी कर ली। पिछले 6 महीने में मंदसौर में धर्म परिवर्तन करके शादी करने का यह पांचवा मामला है। नाजनीन बानो गुना जिले की रहने वाली। उसने अपने प्रेमी के लिए मजहब बदल लिया। नाजनीन को अब नैंसी के नाम से जाना जाएगा। दीपक और नैंसी ने पुलिस और प्रशासन से अपनी सुरक्षा की गुहार लगाई है। दोनों की इच्छा अब अपने परिवार के साथ गुना जिले के कुंभराज में ही रहने की है।
टिकटॉक पर हुई थी दीपक और नाजनीन की मुलाकात
नाज़नीन बानो और दीपक गोस्वामी की लव स्टोरी की शुरुआत किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह हुई। 4 साल पहले टिकटॉक पर नाजनीन की मुलाकात दीपक से हुई। दोनों के घर एक ही मुहल्ले में थे। नीना ने पहले तो टिकटॉक पर दीपक को फॉलो किया और बाद में दोनों में दोस्ती हो गई। दोस्ती प्यार में बदल गई और शादी का फैसला किया। प्यार इतना परवान चढ़ गया कि दोनों 6 माह पहले घर से बिना बताए भाग गए। फिर दोनों ने सात जन्म के बंधन में बंधने का फैसला किया। दोनों घर लौट आए। इसी बीच दीपक के घरवालों ने उसकी शादी कहीं और तय कर दी। दीपक की शादी 20 मई 2022 को होने वाली थी। उसी समय नाजनीन ने दीपक से कहा कि वह सनातन धर्म स्वीकार करने को तैयार है।
नाजनीन ने सनातन धर्म स्वीकारा
नाजनीन की बात से दीपक को हौसला मिला और उसने अपने परिवार से संपर्क किया। परिजनों से कहा कि नाज़नीन सनातन धर्म अपनाना चाहती है। दीपक के परिजन शादी के लिए राजी हो गए। फिर उन्होंने मंदसौर के चेतन सिंह राजपूत से संपर्क किया। चेतन सिंह ने 6 महीने पहले मुस्लिम धर्म छोड़कर सनातन धर्म स्वीकार किया था। सूत्रधार चेतन सिंह राजपूत कभी मोहम्मद जफर शेख हुआ करते थे। चेतन सिंह दीपक के परिजनों और नाजनीन के साथ गायत्री मंदिर पहुंचे जहां विधि विधान से नाजनीन ने सनातन धर्म स्वीकार किया। अपना नाम बदलकर नैंसी गोस्वामी रख लिया और दीपक के साथ सात फेरे लिए।
दीपक ने खुलकर बताया अपने प्यार के बारे में
22 वर्षीय दीपक कॉमर्स फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। 19 वर्षीय नैंसी ने 9वीं क्लास तक पढ़ाई की है। नैंसी गोस्वामी और दीपक गोस्वामी की शादी के मौके पर संतों ने पहुंचकर आशीर्वाद प्रदान दिया। दीपक ने अपनी लव स्टोरी के बारे में बताया, ‘2019 में टिकटॉक चलाने के दौरान मेरी मुलाकात नाजनीन से हुई। इसका घर मेरे घर से 200 मीटर दूर था। नाजनीन ने मुझे फॉलो किया और फिर मुझे पर्सनल मैसेज किया। हम दोनों की बात होने लगी। बातचीत का सिलसिला चलता रहा। फिर टिकटॉक बैन हो गया तो मुझे अपना पर्सनल नंबर दिया। फिर हम कॉल के जरिये घंटों बातें करने लगे। इसी बीच नाजनीन के घरवालों को हमारे अफेयर का पता चल गया।’
नाजनीन के घरवालों ने मारपीट शुरू कर दी
दीपक आगे बताते हैं, ‘नाजनीन के घरवालों ने मारपीट शुरू कर दी। बंदिशें लगा दी थीं। मुझ पर नाजनीन का दबाव बढ़ता गया। मुझसे भी उसकी हालत देखी नहीं जा रही थी। मेरे घरवालों ने भी मेरी कहीं और शादी तय कर दी थी। 13 मई 2022 को मेरी एंगेजमेंट थी और 20 मई को शादी होनी थी। शादी से पहले ही मैं नाजनीन को लेकर घर से भाग गया। अब नाजनीन ने हिंदू धर्म स्वीकार कर लिया है और मुझसे शादी कर ली है।’
‘मैंने धर्म परिवर्तन अपनी मर्जी से किया’- नाजनीन
नैंसी ने शादी के बाद कहा, ‘मैंने धर्म परिवर्तन अपनी मर्जी से किया है। मेरे ऊपर कोई दवाब नहीं था। मैं दीपक से बेइंतहा प्यार करती थी, करती हूं और करती रहूंगी। मैं अपने प्यार को पाने के लिए कुछ भी कर गुजरने को तैयार थी। मुझे अपनी जिंदगी दीपक से साथ ही गुजारनी है। मैं इस शादी से बेहद खुश हूं। मैंने गायत्री परिवार में आकर पहले धर्म परिवर्तन किया, फिर मेरी शादी हुई। मुझे ससुराल में ही रहना है इसलिए मुझे सुरक्षा चाहिए।’
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."
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