राकेश तिवारी की रिपोर्ट
बस्ती: प्रधानमंत्री के डिजिटल भारत का सपना दुकानों तक ही सीमित नहीं रह गया है। अब शादी विवाह में भी नजर आने लगा है। वैसी तो शादी विवाह में शगुन के तौर पर गिफ्ट और लिफाफे में कैश गिफ्ट देना आम बात है, लेकिन एक शादी समारोह में क्यूआर कोड लगाया गया, जो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है। रकम क्यूआर कोड को स्कैन कर दूल्हे और दुल्हन के खाते में सीधा भेज सकते हैं। पहली बार शादी में शगुन देने के लिए लगाए गए क्यूआर कोड से डिजिटल पेमेंट लेने की लोग सराहना कर रहे हैं।
बस्ती जिले की पुरानी बस्ती के निवासी हाजी पीर मोहम्मद की लड़की अफशा और ताहिर की निकाह का कार्यक्रम था। शादी समारोह में लोगों को शगुन देने की सहूलियत के लिए क्यूआर कोड लगाया गया। शादी में लोगों ने गूगल पे, फोन पे का जमकर इस्तेमाल किया। शादी में आए लोगों ने कहा कि सारी दुनिया कैशलेस हो रही है। शादी में क्यूआर कोड लगाकर अच्छा काम किया। अब लोगों को लिफाफा खरीद कर उसमें पैसा देने की जरूरत नहीं है। बस अपने मोबाइल को निकालना है और क्यूआर कोड को स्कैन करना है और अपनी मनचाही रकम सीधा दुल्हन के खाते में भेज देना है।
शादी में काफी आसान हुआ शगुन देना
शादी में शिरकत करने आए मेहमानों ने कहा कि यह बहुत ही अच्छा है। लोगों से बात करने पर बताया कि हमने भी लिफाफा नहीं लाया था, इसलिए मैंने भी गूगल पे से पेमेंट किया। यह मैं पहली बार देख रहा हूं कि किस तरीके से शादी समारोह में गूगल पे और फोन पे का एक अच्छा मौका है। इससे लड़की को सीधे शगुन दिया जा सकता है।
Author: samachar
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