दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट
अमरोहा। बच्चे के मुंडन संस्कार के बाद घर में दावत की तैयारी चल रही थी। घर पर सभी मेहमान आए हुए थे और पार्टी के लिए खाना तैयार किया जा रहा था। इसी दौरान जिस बच्चे का मुंडन हुआ था वह खेलते-खेलते खौलती दाल के भगोने में गिर गया। प्राथमिक उपचार के बाद स्वजन मेरठ ले जा रहे थे लेकिन, रास्ते में बालक की मृत्यु हो गई।
खेलते समय हुआ हादसा
मामला अमरोहा जनपद के सैदनगली के गांव करनपुर सुतारी का है। किसान सुशील सिंह के तीन बेटों में से छोटे बेटे पांच वर्षीय प्रशांत कुमार का रविवार को गंगा तट पर मुंडन कराया गया था। मुंडन कराने के बाद मेहमान एवं ग्रामीणों की दावत के लिए खाना बन रहा था। देर शाम मुंडन होने के बाद प्रशांत अपने घर में खेल रहा था।
बेड के पास रखा था गर्म दाल का भगोना
खेलता हुआ वह अचानक बेड पर चढ़ गया। बेड के पास कारीगर ने दाल तैयार कर गर्म भगोना रख रखा था। उछल कूद करते हुए बालक बेड के नीचे रखे दाल के गर्म भगोने में गिरकर गंभीर रूप से झुलस गया। स्वजन आनन फानन में चिकित्सक से प्राथमिक उपचार कराकर उसे मेरठ ले जा रहे थे लेकिन, रास्ते में बालक ने दम तोड़ दिया।
परिवार की खुशियां हुई काफूर
जिस कलेजे के टुकड़े का मुंडन कराने के लिए परिवार के लोग कई दिनों से तैयारी कर रहे थे। मेहमान तथा ग्रामीण भी दावत की खुशी मना रहे थे। वक्त आने पर उस बच्चे का गंगा घाट पर मुंडन भी हो गया। परंतु मुंडन कराने के कुछ घंटे बाद ही उसकी मृत्यु होने पर लोगों की आंखें नम हो गई। मासूम की मौत की सूचना मिलते ही खुशियों से महक रहे परिवार में गम का सन्नाटा पसर गया। मासूम के शव को देखकर हर कोई यहीं कह रहा था कि ईश्वर तेरी नियति को कौन टाल सकता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."