टिक्कू आपचे की रिपोर्ट
साजिद खान के बिग बॉस 16 में जाने पर अब उर्फी जावेद ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट पर जमकर भड़ास निकाली है। इस मामले पर चैनल और मेकर्स को लगातार सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है। सोना महापात्रा भी सेक्शुअल हैरासमेंट के आरोपी को शो में लेने पर नाराजगी भरे पोस्ट कर रही हैं। उर्फी ने भी सारे पुराने मामलों का जिक्र करते हुए साजिद का सपोर्ट करने वालों पर भड़ास निकाली है। बता दें कि प्रीमियर वाले एपिसोड में साजिद के सपोर्ट में शहनाज गिल का वीडियो दिखाया गया था। कश्मीरा शाह भी उनका सपोर्ट कर चुकी हैं।
यौन शिकारियों के साथ काम मत कीजिए
उर्फी जावेद अपने दिल की भड़ास खुलकर निकालती हैं। अब बिग बॉस के चर्चित मुद्दे पर उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है। उर्फी ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर लिखा है, बिग बॉस आपने ऐसा क्यों किया, जब आप जब आप सेक्शुअल प्रीडेटर्स का सपोर्ट करते हैं, आप असल में उनको बताते हैं कि जो उन्होंने किया वो ठीक है। इन आदमियों को यह जानना जरूरी है कि यह व्यवहार ठीक नहीं है। वे इससे बच नहीं सकते। यौन शिकारियों के साथ काम करना बंद कीजिए। यह कॉन्ट्रोवर्शियल नहीं, बहुत शर्मनाक है। साजिद खान ने जो किया उसके लिए कभी माफी नहीं मांगी। सोचिए जिन लड़कियों को उसने प्रताड़ित किया वे क्या महसूस कर रही होंगी। इसलिए आपको फिक्र करने की जरूरत नहीं क्योंकि भले ही आपने कई लड़कियों का शोषण किया आप भारत के बड़े शो में पहुंच जाएंगे। कॉन्ट्रोवर्सी के लिए आप हर चीज थोड़े सपोर्ट करेंगे।
लड़कियों के सामने देखी पोर्न
उर्फी ने साजिद खान पर लगे आरोपों का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, साजिद पर कुछ आरोप हैं, अपने प्राइवेट पार्ट्स लड़कियों को दिखाना। एक्ट्रेस बनने की चाहत रखने वाली लड़कियों को फिल्म में लेने के लिए न्यूड्स भेजने को कहना। महिलाओं से भद्दी और अश्लील भाषा का इस्तेमाल करना। महिला साथियों के सामने पोर्न कॉन्टेंट देखना। उर्फी ने कश्मीरा शाह और शहनाज गिल को भी निशाने पर लिया है। इंस्टा पर शहनाज की बिग बॉस में साजिद के सपोर्ट वाली क्लिप के साथ लखा है कि कोई सेक्शुअल प्रीडेटर की तारीफ कैसे कर सकता है। आप सब उसे हीरो बना रहे हैं। इसने स्क्रिप्ट से क्या हंसाया असल जिंदगी में इसने जाने कितनी लड़कियों को रुलाया है। साथ में लिखा है कि अगर शहनाज गिल और कश्मीरा शाह जैसी महिलाएं उसका सपोर्ट कर सकती हैं तो मैं उन दोनों की आलोचना करने के लिए स्वतंत्र हूं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."