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November 23, 2024 3:14 am

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प्रदेश में अभी गदर मचाएगा बादल, शनिवार से धूप के टुकड़े भी बादलों के बीच से झांकेंगे

18 पाठकों ने अब तक पढा

कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

लखनऊ : बीते चार दिनों से बने सुहाने मौसम की उम्मीद अभी दो-तीन दिन और की जा सकती है यानी रिमझिम वर्षा की फुहारें अभी वातावरण को शीतल बनाए रखेंगी। दक्षिण-पूर्व की ओर से आने वाली नम हवाएं यहां पहुंचकर फुहारें बरसाना जारी रखेंगी।

हालांकि शनिवार के बाद से इसमें कुछ कमी आ सकती है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी के आंध्र कोष्ठ में बने जिस निम्न वायुदाब के क्षेत्र के कारण अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में यह मानसूनी परिवर्तन देखने को मिला है, वह निम्न वायुदाब का क्षेत्र अब विरल होना शुूरू हो सकता है। इसके चलते पूर्वी उत्तर प्रदेश में शनिवार से धूप के टुकड़े भी बादलों के बीच से झांकना शुरू कर सकते हैं।

12 लोगों की हो चुकी है मौत 

बीते 24 घंटे में यूपी में बारिश से 12 लोगों की मौत हो गई। फसलों को काफी नुकसान पहुंचा। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि चक्रवात ने मानसून को आगे खिसका दिया है। मौसम के बदले मिजाज से महंगाई भी और बढ़ेगी। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में बना हवा के कम दबाव का क्षेत्र इस वक्त यूपी के ऊपर से गुजर रहा है। वहीं, नेपाल में कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है। इससे सोनौली-पोखरा सहित कई मार्ग ठप हो गए हैं। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्‍ठ वैज्ञानिक जेपी गुप्ता का कहना है कि एक सप्ताह बाद तय होगा कि मानसून विदा हुआ या नहीं। 

हालांकि भारतीय मौसम विभाग अभी तीन पांच छह दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने और बादलों के घिरे रहने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। वरिष्ठ मौसम विज्ञानी प्रो. एसएन पांडेय बताते हैं कि आंध्र कोष्ट में बने निम्न वायुदाब के क्षेत्र के कारण नमी से भरपूर दक्षिण-पूर्वी हवा ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में जो रिमझिम वर्षा का क्रम बना रखा है, वह अभी कई दिनों तक ऐसे ही जारी रह सकता है।

निम्न वायुदाब के क्षेत्र के अब विरल होकर कमजोर पड़ने के आसार दिखने लगे हैं

बीएचयू के मौसम विज्ञानी प्रो. मनोज श्रीवास्तव का भी कहना है कि रिमझिम वर्षा का यह क्रम जारी तो रहेगा लेकिन शनिवार से इसमें कमी आना शुरू हो जाएगी क्योंकि निम्न वायुदाब के क्षेत्र के अब विरल होकर कमजोर पड़ने के आसार दिखने लगे हैं। ऐसे हालात में बादल तो रहेंगे लेकिन बादलों के बीच से धूप भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराना शुरू कर देगी। फिर धीरे-धीरे धूप का समय अगले दिनों से बढ़ सकता है और मौसम बदलना शुरू हो सकता है लेकिन इस बीच रिमझिम वर्षा और बूंदाबांदी का माहौल दो-तीन दिनों तक बना रह सकता है।

शिवालिक पहाड़ियों में भारी बरसात, शाकंभरी में हाई अलर्ट, भूरादेव से आगे माता के मंदिर तक जाने पर रोक

बुधवार की देर रात सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी में अचानक आई बाढ़ ने एक बार फिर प्रशासन को सतर्कता बढ़ाने के लिए मजबूर कर दिया। देहरादून में शिवालिक पहाड़ियों में भारी वर्षा होने की सूचना के बाद स्थानीय पुलिस प्रशासन ने भूरादेव से आगे माता के मंदिर तक जाने पर रोक लगा दी है। प्रशासन ने यह प्रतिबंध देहरादून से शिवालिक पहाड़ियों में भारी वर्षा होने की सूचना के बाद लगाया है। उधर, श्रद्धालुओं के सिद्ध पीठ तक पहुंचने पर प्रतिबंध के बाद भूरादेव मंदिर के सामने मार्ग सूना हो गया। 

सिद्धपीठ श्री शाकंभरी देवी में बुधवार की रात अचानक आई शाकंभरी नदी की बाढ़ ने स्थानीय पुलिस प्रशासन को हिला कर रख दिया। क्योंकि बाढ़ इतनी खतरनाक थी कि पानी की धार ने जिला पंचायत द्वारा की गई श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यवस्थाओं को भी बहा दिया।  इसमें सिद्धपीठ परिक्षेत्र में श्रद्धालुओं के लिए बनाया गया अस्थाई पुल भी शामिल था।

देहरादून से संपर्क करने के बाद जारी किया हाई अलर्ट 

गुरुवार को आसमान में बादलों की चाल शाम के समय बढ़ गई थी। इसी के चलते प्रशासन ने उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में संपर्क करने के बाद सायं छह बजे से हाई अलर्ट जारी करते हुए भूरा देव से आगे श्रद्धालुओं के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया। एसडीएम दीपक कुमार व सीओ मुनीश चंद्र ने बताया कि देहरादून से शिवालिक पहाड़ियों में बरसात का अलर्ट मिलने के बाद यहां यह अलर्ट जारी किया गया है। उनका कहना था कि जैसे ही पहाड़ों में मौसम की स्थिति सामान्य होगी वैसे ही माता के दर्शन करने के लिए श्रद्धालुओं को भूरा देव से आगे जाने की अनुमति दे दी जाएगी।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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