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November 23, 2024 4:03 am

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देश की सुरक्षा के साथ शिक्षा को बढ़ावा; “इगनाइटेड माइंड मुहिम” के तहत 28 बच्चों ने नीट में पाई सफलता

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अरमान अली की रिपोर्ट

जम्मू : भारतीय सेना की उत्तरी कमान की चौदह कोर केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के दूरदराज इलाकों में शिक्षा को बढ़ावा देकर नई पीढ़ी के भविष्य को बेहतर बनाने की दिशा में काम कर रही है।

सेना की यह मुहिम रंग भी ला रही है। ऐसे में सेना की चौदह कोर लद्दाख इगनाइटेड माइंड अभियान के 28 बच्चों ने पास की नीट परीक्षा पास कर रही है। इस परीक्षा में सेना द्वारा चुने गए 34 बच्चे बैठे थे। सेना ने इस वर्ष अप्रैल में हिन्दोस्तान पेट्रोलियम लिमिटेट व नेशनल इंटेगरिटी एंड एजुकेशनल डेवेलपमेंट आर्गेनाइजेशन के साथ मिलकर लद्दाख इगनाइटेड माइंड मुहिम छेड़ी थी। इस दौरान लद्दाखी युवाओं को होस्टल की सुविधा के साथ इंजीनियरिंग व मेडिकल परीक्षा के लिए तैयार किया जा रहा है। इस मुहिम में कामयाबी सेना का हौसला भी बढ़ा रही है। ऐसे में दूरदराज इलाकों में शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में प्रयासों में भी लगातार तेजी लाई जा रही है। सेना साक्षरता का संदेश फैला कर सीमा से सटे इलाकों मेंबेहतर बदलावे लाने की दिशा में काम कर रही है।

इस समय सेना कारगिल जिले में सीमा से सटे गांवों में लोगों तक पहुंचकर उन्हें ना सिर्फ अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रेरित कर रही है अपितु ग्रामीणों को प्रौढ़ शिक्षा से होने वाले फायदों के बारे में भी बता रही है। सेना की स्थानीय बटालियनें अपने अपने स्तर पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है। ऐसे में पिछले कुछ दिनों के दौरान कारगिल में सीमा से सटे हुंदरमन, काकसर, हरदास गांवाें के साथ द्रास के माडल स्कूल में कार्यक्रमों का आयोजन कर सीमांतवासियों को बताया गया कि किसी तरह से बेहतर शिक्षा अपने जीवन स्तर को बेहतर बना सकती है।

सेना लद्दाख के दूरदराज गांवों में लोगों की सुख दुख की साथी है। जिला मुख्यालय से सैकड़ों किलोमीटर दूर स्थित सीमांत गांवों में किसी भी प्रकार की मुश्किल आने पर सबसे पहले सेना वहां पहुंचती है। दूरदराज इलाकों की दो बड़ी मुश्किलों में शिक्षा व स्वास्थ्य सेवाएं शामिल हैं। ऐसे में सेना की ओर से दूरदराज इलाकों में लगातार मेडिकल कैंपों का आयोजन होता है।

वहीं सेना दूर-दराज इलाकों में शिक्षा में भी लगातार निवेश कर रही हैै। ऐसे में यहां कुछ इलाकों में सेना ने अपने आर्मी गुडविल स्कूल खोले हैं तो वहीं सेना की ओर से इन इलाकों में चल रहे सरकारी स्कूलों में बुनियादी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए भी लगातार सहयोग दिया जा रहा है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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