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November 22, 2024 6:05 am

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इस गांव में अपनी बेटियों को ब्याहने से डरते हैं लोग, वजह आपको चौंका देगी

20 पाठकों ने अब तक पढा

अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट 

कौशांबी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृहनगर कौशांबी में एक ऐसा गांव है, जहां लोग अपनी बेटियों की शादी करने को तैयार नहीं होते हैं। कारण ये है कि गांव में पीने का पानी खारा है। इसके चलते इस गांव में दूल्हा बनने का सपना मुश्किल से पूरा होता है। हर घर जल योजना आने के बाद अब लोगों को उम्मीद है कि उनका गांव एक बार फिर से गुलज़ार होगा।
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इस गांव में कोई नहीं करता अपनी बेटी की शादी 

बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य के गृहनगर सिराथू से सटा बरइनका पूरा गांव का है। गांव कुल आबादी 200 के आसपास हैं। पानी पीने के लिए हैंडपंप लगाए गए, लेकिन पीने का पानी खारा निकल रहा है। यहां से लोग पीने योग्य पानी दो किलोमीटर दूर से भर कर लाते है। गांव में मौजूद कुंआ मीठा पानी दे रहा था, लेकिन इधर तीन चार सालों से कुंआ भी दग़ा दे गया और खारा पानी आने लगा, जिससे गांव के लोगों के सामने पीने के पानी की बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई।

गांव से दो किलो मीटर दूर दूसरे गांव से पीने का पानी लाना पड़ता है। ऐसे में जिस घर में लड़के होते है वो तो आसानी से पानी ले आते है, लेकिन जिनके घर पर कोई आदमी नहीं होता है। उसके लिए दो किलोमीटर दूर से पानी लाना बड़ी मुसीबत का सबब बनता है।

गांव के ज़्यादातर लोग कमाने के लिए मुम्बई में रहते है। इसलिए इस गाँव के बच्चे सुबह स्कूल जाने से पहले पीने के पानी का इंतेज़ाम करते है। फिर स्कूल जाते हैं।
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बड़े, बुजुर्ग और बच्चों को दूर से पानी लेने में होती है दिक्कत’

गांव के रहने वाले पप्पू अपनी चौरसिया पीड़ा बयान करते हुए बताया कि यहां पानी पीने योग्य नहीं है। पूरा पानी दूषित है। काफ़ी दूर से पानी लाना पड़ता है। इससे बड़े, बुजुर्ग और बच्चों को दिक्कत होती है। हम लोग सरकार से ये चाहते है कि बगल में सिराथू टाउन एरिया है, वहां से अगर पानी आ जाए तो बहुत सुकून मिल जाए।

हमारे गांव में कोई शादी करने के लिए आता है तो वो भी ये जान कर वापस लौट जाता है कि हमारी बेटी इतने दूर पानी लेने नहीं जाएगी। सब से ज्यादा मुसीबत महिलाओं के लिए है। वो मजबूरी में पानी भरने जाती हैं।
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साइकिल पर प्लास्टिक का डब्बा बांध कर पानी भरने जाते हैं बच्चे 

गांव के बच्चे साइकिल पर प्लास्टिक का डब्बा बांध कर पानी भरने जाते हैं। पानी लाने के लिए सब से ज़्यादा दिक्कत बुजुर्ग महिलाओं को होती है। जो ठीक से चल भी नहीं पाती हैं, लेकिन जिंदगी बचाने के लिए, वो भी लड़खड़ाते कदमों से पीने के पानी का इंतज़ाम करती है। उनकी सरकार से सिर्फ एक ही मांग है। किसी तरह गांव मे पीने के पानी का जुगाड़ हो जाए।
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हर घर नल से जल योजना के तहत जल्द ही इस गांव को जल मिलेगा- अधिकारी 
इस बारे में जल निगम के सहायक अभियंता राजीव सिंह ने बताया कि सिराथू के बरइन का पुरवा गांव में खारा पानी की शिकायत मिली थी। लेकिन जो अब जल जीवन मिशन के द्वारा जो काम हो रहा है, इससे जो लोग अभी तक हैंडपंप या दूसरे स्रोतों से पानी मिलता है उसमें कही कही खारा पानी आ रहा है। ये शिकायत इस गांव के अलावा कही और नहीं मिली है। हर घर नल से जल योजना के तहत जल्द ही इस गांव को जल मिलेगा। जिससे लोगों की खरा पानी की समस्या दूर हो जाएगी और सभी को स्वच्छ पानी मिलेगा। कार्य प्रगति पर है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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