संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट- सरकार का सारा खजाना टैक्स के माध्यम से ही भरा जाता है जिससे सरकार जन कल्याणकारी योजनाओं का संचालन करती है व उन योजनाओं के लिए बजट देती है व अधिकारियों कर्मचारियों का वेतन देती है लेकिन वाणिज्य कर विभाग की मनमानी के चलते ठेकेदार टैक्स चोरी करने में कोई मौका नहीं चूकते हैं जिसके चलते यह ठेकेदार टैक्स चोरी के दम पर लाखों करोड़ों रुपए की चल अचल सम्पत्ति के मालिक बन बैठे हैं l
मामला सामने आया है लवलेश ट्रेडर्स का
कार्यालय असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर खण्ड 2 कर्वी चित्रकूट ने लवलेश ट्रेडर्स बरिया मऊ चित्रकूट टिन नंबर09334202999 वर्ष 2014/15 को वैट अधिनियम की धारा- 33(3) के अन्तर्गत नोटिस जारी किया है कि आप पर वर्ष 2014/15 के वाद धारा- 28(2) में रुपए626640.80 का बकाया आदेश 28/08/2019 को जारी किया गया था व 28/09/2019 तक सारा बकाया जमा करना था लेकिन आप द्वारा बकाया राशि जमा नहीं की गई जिसके सापेक्ष में दिनांक 11/08/2022 को पुनः नोटिस जारी किया गया व दिनांक 26/08/2022 तक सारी बकाया राशि जमा करने का नोटिस जारी किया गया था l
वहीं लवलेश ट्रेडर्स के प्रोप्राइटर लवलेश कुमार पुत्र रमेश चन्द्र निवासी बरिया मऊ चित्रकूट द्वारा असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर खण्ड- 2 द्वारा जारी किए गए नोटिस को ठेंगा दिखाते हुए उलंघन किया गया व बकाया राशि नहीं जमा की गई l
जिले में कई ऐसी फर्में चल रही है जो ग्राम पंचायतों के विकास कार्यों में सहभागिता निभाती है व विकास कार्य कराती हैं व मनमाने तरीके से टैक्स चोरी करती हैं लेकिन वाणिज्य कर विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इन टैक्स चोरों पर मेहरबान होकर सरकारी टैक्स पर घपले बाजी करते हैं l
अब देखना यह है कि वैट अधिनियम की धारा 33(3)के निर्देशों का खुला उलंघन करने वाले लवलेश ट्रेडर्स के प्रोप्राइटर लवलेश कुमार के विरुद्ध असिस्टेंट कमिश्नर वाणिज्य कर द्वारा कार्यवाही की जाएगी या फिर ठेकेदार द्वारा अपनी मनमानी करते हुए ऐसे ही मनमाने तरीके से टैक्स चोरी करते हुए सरकारी राजस्व को क्षति पहुंचाई जाती रहेगी यह एक बडा सवाल है l
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."