दुर्गा प्रसाद शुक्ला और आसिफ की रिपोर्ट
अलीगढ़। एक मुस्लिम महिला शिक्षिका ने तबादला होकर आए एक अधिकारी के स्वागत कार्यक्रम में उनके माथे पर तिलक लगाया तो अलीगढ़ में जमकर बवाल मच गया। मुस्लिम शिक्षकों ने महिला टीचर को जमकर खरी खोटी सुनाईं। हालांकि शिक्षिका ने उनसे डरे बगैर मामले की शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी से की। मामले में दो सदस्यीय कमेटी जांच कर रही है।
अलीगढ़ के बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने कहा कि अगर आरोप सच साबित होते हैं तो इस मामले में जांच के बाद कठोर कार्रवाई की जाएगी। एक अध्यापक को शोभा नहीं देता है कि वो इस तरह की पोस्ट करे।
मामले के मुताबिक कुछ दिन पहले अलीगढ़ के जवा क्षेत्र में स्थानांतरित होकर आए नए खंड शिक्षा अधिकारी सतीश चंद्र मिश्रा ने कार्यभार संभाला था। स्वागत समारोह में एक मुस्लिम शिक्षिका ताहिरा ने उनके माथे पर टीका लगाया था। मामले ने तूल तब पकड़ा जब टीका लगाने की तस्वीर शिक्षकों के एक व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल हुई।
यूपी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अहमद ने फोटो को पोस्ट करते हुए लिखा कि हम अफसोस करें या खुश हो कि एक मुसलमान टीचर हिंदू धर्म का पालन, कितनी खुशी से कर रही है। मुझे तो बेहद अफसोस है बाकी आपके अंदर कितना ईमान है इसके जिम्मेदार आप हैं।
मोहम्मद अहमद की इस पोस्ट के बाद कुछ और शिक्षकों ने भी कमेंट किया तो ताहिरा ने शिकायत जिले के बेसिक शिक्षा अधिकारी से कर दी। ताहिरा ने कहा कि मेरी सोच यह है कि हम अध्यापक हैं और हमें केवल इंसानियत का पाठ पढ़ाना चाहिए। टीका करने से उनका धर्म परिवर्तन तो नहीं हुआ। आलोचकों पर वार कर वो बोलीं कि अगर उनकी मानसिकता ऐसी है तो वो अपने स्कूल में बच्चों को क्या पाठ पढ़ाते होंगे।
ताहिरा पर कमेंट करने वाले मोहम्मद अहमद ने कहा कि ये मेरा संवैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि वो इस्लाम को मानने वाले हैं। इस्लाम में किसी भी व्यक्ति को तिलक नहीं लगाया जाता। ये मजहब के खिलाफ है। इस्लाम को मानने वाली टीचर तिलक लगाती है। जबकि तिलक वहां मौजूद कोई हिंदू भी लगा सकता था।
Author: samachar
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