विरेन्द्र कुमार खत्री की रिपोर्ट
हसपुरा,औरंगाबाद। औरंगाबाद जिले के हसपुरा प्रखंड अंतर्गत टाल गांव के एक मजदूर मनोहर राजवंशी जो कुट्टी मशीन में काम करने के दौरान अपना एक पैर गंवा चुके थे। उन्हें रविवार को कृत्रिम एक पैर लगाया गया। कृत्रिम पैर लगते ही मजदूर समान्य लोगों की तरह चलने लगा। परिवार में मजदूर की पत्नी देखकर काफी खुश हो गई।
यह कृत्रिम पैर उन्हें औरंगाबाद सदर अस्पताल के रेडक्रॉस के सभाकक्ष में राजस्थान उदयपुर के नारायण सेवा संस्थान की ओर से लगाया गया। उन्होंने बताया कि गांव के ही समाजसेवी कमाख्या नारायण सिंह के मदद व सहयोग से यह कृत्रिम पैर मुझे लगाया गय। तीन माह पूर्व औरंगाबाद के एक धर्मशाला में दिव्यांग का शिविर लगा। उन्होंने मुझे उस शिविर में ले गए और वही पर चिकित्सकों ने पैर का मापी किया।
समाजसेवी कमाख्या नारायण सिंह ने बताया कि दो वर्ष पूर्व मजदूर कुट्टी मशीन में मजदूरी करता था। कुट्टी मशीन में एक लोहे का बेल्ट रहता है। वही बेल्ट टूटकर मजदूर के एक पैर में जाकर लगा। जिससे मजदूर का एक पैर बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। एक वर्ष तक काफी इलाज के बाद पैर का जख्म जब नही सुखा तो पिछले वर्ष उनका एक पैर काटना पड़ा। इस दौरान उनकी आर्थिक स्थिति भी खराब हो गया।
अपने पत्नी के सहयोग से घर पर ही बैठकर एक छोटासा किराना दुकान खोलकर अपना भरण पोषण कर रहे थे। इसी दौरान समाजसेवी कमाख्या नारायण सिंह ने उन्हें सलाह दिया की आपको बिना पैसा का कृत्रिम पैर लग जाएगा। उनके सलाह पर मजदूर को उम्मीद जगी। कृत्रिम पैर लगते ही मजदूर चलने फिरने लगा।
इसी तरह टाल गांव के ही बलिराम सिंह को भी एक पैर में क्लिपर लगा। वे बचपन से दिव्यांग थे। इस कार्य के लिए जिला जदयू उपाध्यक्ष चंद्रेश पटेल, वरिष्ठ नेता राजेंद्र सिंह, फगुनी राम, सवेरे दिव्यांग फाउंडेशन के अध्यक्ष सागर कुमार, विकास कुमार ने समाजसेवी कमाख्या नारायण सिंह को धन्यवाद और बधाई देते हुए कहा कि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है।
Author: samachar
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