ठाकुर प्रसाद वर्मा की रिपोर्ट
शनिवार शाम सीतापुर जिले से निघासन कस्बे के एक गांव में आई बारात को लड़की पक्ष ने बिना शादी बेरंग वापस कर दिया। शादी न करने की वजह लड़के के पास कम जमीन बताई गई। बारातियों का कहना था कि लड़की पक्ष वालों ने उनको करीब दो घंटे एक जगह बिठाए रखा और कहीं जाने नहीं दिया। मोबाइल पर सूचना देने के बाद पहुंचे पुलिसकर्मियों की वजह से उनको छोड़ा गया।
निघासन कस्बे के पड़ोस के एक गांव की लड़की की शादी सीतापुर जिले के एक गांव निवासी लड़के से तय हुई थी। शुक्रवार रात लड़की पक्ष के लोग तिलक चढ़ाकर वापस आए थे। शनिवार शाम युवक की बारात लड़की के गांव पहुंची तो वहां न शादी का कोई इंतजाम था और न ही बारातियों के रुकने का। संपर्क करने पर लड़की के घरवालों ने शादी से इंकार कर दिया। बताया गया कि लड़की पक्ष के लोगों को को वर पक्ष के पास तीस बीघे जमीन बताई गई थी।
बाद में उनको किसी तरह जानकारी हुई कि लड़के के पास इससे बहुत कम जमीन है। इसके बाद लड़की के पिता ने शादी से इंकार करते हुए बारात वापस ले जाने और तिलक में दिया गया समान वापस करने को कहा। लड़के वालों का कहना था कि लड़की वालों ने पूरी बारात को करीब दो घंटे गांव में बिठाए रखा। फोन पर संपर्क करने के बाद पहुंचे पुलिसकर्मियों ने उनको छुड़ाया। दोनों पक्षों के बीच सुलह कराते हुए बारात वापस भेज दी गई। कोतवाल चंद्रभान यादव ने बताया कि लड़की के शादी से इंकार कर देने की वजह से बारात वापस भेज दी गई थी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."