Explore

Search
Close this search box.

Search

2 April 2025 10:34 am

हैरान करने वाले हैं मंजू के स्टंट्स ; बालिकाओं को दे रही है नि:शुल्क सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग

72 पाठकों ने अब तक पढा

विरेन्द्र हरखानी की रिपोर्ट

जोधपुर। फिल्मों में दिखाए जाने वाले स्टंट्स दर्शकों को बांधे रखते हैं और कई मायनों में यह फिल्म हिट होने का फार्मूला भी माना जाता है। लेकिन असल जिंदगी में स्टंट्स निभाना चुनौतीपूर्ण होता है। वह भी तब जब कोई लडक़ी इसे परफॉर्म करे।

मदेरणा कॉलोनी निवासी मंजू राठौड़ भी ऐसी ही एक मिसाल है। लडक़ों के वर्चस्व वाले इस क्षेत्र में मंजू हैरतअंगेज कारनामे कर लोगों को दांतों तले अंगुली दबाने को मजबूर कर देती है। दशहरा महोत्सव व रामनवमी आदि अवसरों पर व्यायामशालाओं के तत्वावधान में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में मंजू लाठी चलाना, सिर पर आग लगाकर चाय बनाना, सिर व सीने पर पत्थर रखकर तुड़वाना और सीने पर मोटरसाइकिल चलाना आदि साहसिक कार्यों को बिना किसी हिचक के पूरा करती है।

लडक़े की पिटाई से आया जज्बा

महिला सुरक्षा के प्रति सजग मंजू ने बताया कि वह अपनी सहेली के साथ नई सडक़ मार्ग से गुजर रही थी। इस दौरान मनचलों ने उनके साथ छेड़छाड़ की। मंजू ने लडक़ों की पिटाई कर डाली। इसपर उसे लगा महिलाओं व युवतियों को शारीरिक और मानसिक तौर पर मजबूत होना जरूरी है। इसके बाद मंजू ने प्रशिक्षण प्राप्त कर खुद को सशक्त कर अन्य को भी जागरूक करने की ठानी। मंजू अपनी तैयारी का श्रेय हनुमान शक्ति दल के फूलसिंह गुर्जर व कैलाश दाधीच को देती है।

नि:शुल्क देती है प्रशिक्षण

मंजू पिछले 5 सालों से गाइडिंग/रेंजर लीडर का कार्य संभाल रही हैं। राजस्थान राज्य भारत स्काउट मंडल परिषद् जोधपुर के 65वें मंडल परिषद् के वार्षिक अधिवेशन में वह सम्मानित हो चुकी है। गाइड शिविरों में बालिकाओं व यूनिट लीडर्स को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण देती है। वहीं बालिकाओं के लिए नि:शुल्क ग्रीष्मकालीन शिविर का संचालन कर आत्मरक्षा व कराटे की ट्रेनिंग दे रही है। इसके साथ ही जोधाणा सहेली संस्थान में भी नि:शुल्क सेल्फ डिफेंस का प्रशिक्षण दे रही है। मंजू ने विगत वर्ष विश्व योग दिवस पर गोवा में राज्य का प्रतिनिधित्व किया था।

सभी मैराथन में लिया भाग

मंजू ने बताया कि जोधपुर में आयोजित सभी मैराथन प्रतियोगिताओं में उसने भाग लिया है। इसके साथ ही प्रत्येक रक्तदान शिविर में रक्तदान करती आई है। मंजू का कहना है कि उसके पिता भंवर सिंह सदैव उसे सामाजिक कार्यों में अग्रणी रहने के लिए प्रेरित करते हैं। पॉलीथिन उन्मूलन के लिए भी वह सेवाएं दे रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."