जीशान मेंहदी की रिपोर्ट
लखनऊ। जिले के दक्षिणांचल में सरयू की पाट में बसे आजमगढ़ जिले के सेमरी ग्राम पंचायत की बड़ी आबादी वोट डालते-डालते बुजुर्ग हो गई लेकिन अपने विधायक को नजदीक से नहीं देख पाई। विधानसभा चुनाव में सेमरी ग्राम पंचायत में प्रत्याशी वोट मांगने तक नहीं आते हैं। उनके समर्थक बैनर-पोस्टर जरूर लगा जाते हैं।
इस गांव के लोग पहले पोस्टर पर तस्वीर देखकर मुहर लगाते थे। अब बटन दबा देते हैं। कुछ गांवों में बने बूथ पर वोट डालते हैं तो कुछ को जान जोखिम में डालना पड़ता है। उन्हें सरयू नदी की तेज धारा पार कर दूसरे बूथ पर वोट डालने जाना पड़ता है। इस बार भी यही हाल है। अभी तक कोई प्रत्याशी सेमरी में प्रचार तक करने नहीं पहुंचा है।
आजमगढ़ जिले के सगड़ी तहसील क्षेत्र का सेमरी ग्राम पंचायत सरयू नदी के इस पार गोरखपुर जिले के दक्षिणांचल सीमा पर स्थित है। यहां की आबादी 2500 और मतदाताओं की संख्या तकरीबन 2000 है। यह ग्राम पंचायत आजमगढ़ जिले के महाराजगंज थाने में पड़ती है।
खास बात यह भी है कि इस गांव के 260 मकानों में से किसी भी परिवार ने अपना पैसा खर्च कर पक्का मकान नहीं बनवाया है। शासन की योजनाओं के तहत 95 आवास बने हैं। बाकी लोगों ने झोपड़ियां डाल रखी है। आम दिनों में शांत रहने वाली इस ग्राम पंचायत की तरफ किसी का ध्यान ही नहीं जाता है।
प्राथमिक स्कूल बह गया, खेल के साधन नहीं
सेमरी में वर्ष 2006 में प्राथमिक विद्यालय की स्थापना हुई। शिक्षकों की नियुक्ति भी हुई। प्रधानाध्यापक हरिकेश यादव बताते हैं 2019 में सरयू नदी की कटान में स्कूल भवन बह गया। प्राथमिक स्कूल का अस्तित्व ही समाप्त हो गया।
सेमरी पंचायत में आधा दर्जन से ज्यादा जातियां
सेमरी ग्राम पंचायत में निषाद, कुर्मी, हरिजन, यादव, कहार, नाई, लोहार, ब्राह्मण, धोबी, चौहान आदि जातियों के लोग रहते हैं। इनमें से आधे से अधिक परिवारों के लोगों ने गोरखपुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों में मकान बनवा लिए हैं।
अंधेरे में कटती हैं ग्रामीणों की अधिकतर रातें
ग्राम पंचायत सेमरी में 50 सोलर पैनल लगे हुए हैं। बिजली की व्यवस्था गोरखपुर क्षेत्र के राईपुर ग्राम पंचायत से हुई है। आए दिन बिजली खराब रहती है। ग्रामीणों की अधिकतर रातें अंधेरे में या दीया-लालटेन के उजाले में बीतती है।
एक बूथ गांव में दूसरा नदी पार
चुनाव में यह ग्राम पंचायत चर्चा में आ जाती है। कारण, वोट डालने के लिए मतदाताओं को जान जोखिम में डालनी पड़ती है। ग्राम पंचायत के दो मतदान केंद्र बनाए जाते हैं। एक सेमरी में व दूसरा नदी के पार आजमगढ़ के इब्राहिमपुर इलाके में।
Author: samachar
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