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22 February 2025 9:43 am

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खूब जमकर धो डाला अखिलेश और उनकी पार्टी को, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने…

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अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव अब पूरी तरह से निराश और हताश हो चुके हैं। हाल ही में संपन्न हुए विधानसभा उपचुनावों में समाजवादी पार्टी को करारी हार का सामना करना पड़ा, जिसमें 10 में से 8 सीटों पर सपा उम्मीदवारों को पराजय मिली। यह पराजय अखिलेश यादव के लिए बड़ा झटका साबित हुई है। इसी कारण वे अब अपनी हताशा में महाकुंभ जैसे विराट आयोजन और जनता की आस्था पर सवाल उठाने लगे हैं।

महाकुंभ पर भी उठाए सवाल

ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ में उमड़े जनसैलाब और करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था अखिलेश यादव को रास नहीं आ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश यादव और उनके सहयोगी राहुल गांधी अब खुले तौर पर हिंदू धर्म और सनातन परंपराओं के विरोध में खड़े हो गए हैं। भाजपा का विरोध करते-करते वे सनातन धर्म को भी निशाना बनाने लगे हैं। पाठक ने सपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी सिर्फ राजनीति करने और धर्म तथा समाज को बांटने का काम कर रही है।

भारत की वैश्विक पहचान और विकास

उप मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि आज भारत वैश्विक मंच पर अपनी ताकत और पहचान को मजबूती से स्थापित कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत अब इंफ्रास्ट्रक्चर, नवाचार और अंतरिक्ष विज्ञान जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में तेजी से आगे बढ़ रहा है। ऐसे समय में जब देश हर क्षेत्र में नया मुकाम हासिल कर रहा है, कुछ राजनीतिक दल केवल तुष्टिकरण की राजनीति में लगे हुए हैं और विकास की इस गति से खुश नहीं हैं।

रामलला मंदिर और महाकुंभ से असहज सपा

ब्रजेश पाठक ने समाजवादी पार्टी पर सीधा निशाना साधते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा विभाजन और राजनीति को हवा देती आई है। उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिससे देशभर में श्रद्धालुओं में उत्साह है, लेकिन समाजवादी पार्टी को यह रास नहीं आ रहा है। इसी तरह, जब करोड़ों श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर अपनी आस्था व्यक्त कर रहे हैं, तब भी सपा नेतृत्व इसे स्वीकार नहीं कर पा रहा है।

महाकुंभ: भारत की संस्कृति और शक्ति का परिचायक

पाठक ने कहा कि महाकुंभ केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि भारत की सांस्कृतिक चेतना और आध्यात्मिक शक्ति का परिचायक है। यह आयोजन भारत की परंपराओं, संस्कृति और धार्मिक एकता का प्रतीक है, जहां जाति, धर्म, ऊंच-नीच और आर्थिक स्थिति से ऊपर उठकर करोड़ों लोग समान रूप से गंगा स्नान करते हैं और अपने जीवन को धन्य मानते हैं। उन्होंने कहा कि यही भारत की ताकत है, यही हमारी विविधता में एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है।

दुनिया की नजर भारत पर

उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसे आयोजनों की भव्यता और दिव्यता अब पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित कर रही है। पहले भी कुंभ का आयोजन होता था, लेकिन कभी भी इतनी भव्यता और सरकारी संरक्षण नहीं मिला था। आज महाकुंभ के जरिए भारत की आध्यात्मिक शक्ति और उसकी सांस्कृतिक धरोहर को वैश्विक पहचान मिल रही है।

ब्रजेश पाठक के इस बयान से साफ है कि भाजपा 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले धार्मिक आस्था और राष्ट्रवाद को एक प्रमुख मुद्दा बना रही है। वहीं, समाजवादी पार्टी और विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए उन्होंने स्पष्ट संकेत दिया कि भाजपा की राजनीति विकास और सांस्कृतिक चेतना को केंद्र में रखकर आगे बढ़ रही है।

हाल ही में, महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच राजनीतिक बयानबाज़ी तेज़ हो गई है। अखिलेश यादव ने महाकुंभ की व्यवस्थाओं और सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए हैं, जबकि ब्रजेश पाठक ने इन आरोपों का कड़ा जवाब दिया है।

महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर अखिलेश यादव की आलोचना

अखिलेश यादव ने महाकुंभ के दौरान होने वाले ट्रैफिक जाम और अव्यवस्थाओं पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि श्रद्धालु घंटों जाम में फंसे रहते हैं, महिलाओं के लिए आवश्यक सुविधाओं का अभाव है, और अधिकारियों की जमीनी स्तर पर उपस्थिति नहीं है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि महाकुंभ के आंकड़े फर्जी हैं और सरकार वास्तविकता से दूर है।

ब्रजेश पाठक का पलटवार

इन आरोपों के जवाब में, उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव महाकुंभ को लेकर अनर्गल प्रलाप कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सर्वोत्तम प्रयास कर रही है और विपक्षी दलों द्वारा की जा रही टिप्पणियाँ सनातन धर्म के खिलाफ हैं, जिसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।

इसके अलावा, ब्रजेश पाठक ने अखिलेश यादव पर महाकुंभ के राजनीतिकरण का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा के डीएनए में तुष्टिकरण है और वे महाकुंभ जैसे धार्मिक आयोजन पर राजनीति कर रहे हैं।

महाकुंभ में निमंत्रण पर विवाद

अखिलेश यादव ने महाकुंभ में निमंत्रण दिए जाने पर नाराजगी जताई, जिस पर ब्रजेश पाठक ने उन्हें महाकुंभ में आकर अपने पाप धोने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में सभी का स्वागत है और सपा सरकार के कार्यकाल की अव्यवस्थाओं की याद दिलाई।

इस प्रकार, महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश की राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जहां एक ओर सरकार अपनी व्यवस्थाओं की सराहना कर रही है, वहीं विपक्ष उन पर सवाल उठा रहा है।

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