परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार रात हुए भयावह हादसे में 18 लोगों की मौत हो गई, जबकि 25 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों को लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल (LNJP) में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। अस्पताल प्रशासन ने अब तक 17 मौतों की पुष्टि कर दी है। इस दर्दनाक घटना के बाद रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश देते हुए एक हाई लेवल कमेटी गठित की है।
सरकार ने किया मुआवजे का ऐलान
सरकार ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। इसके अलावा, गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
हादसे का कारण और घटनाक्रम
हादसा रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 13, 14 और 15 के बीच हुआ। हजारों लोग प्रयागराज जाने वाली ट्रेन का इंतजार कर रहे थे, जो समय पर न पहुंचने के कारण भीड़ बढ़ती चली गई। रात 9:26 बजे ट्रेन के आते ही लोग उस पर चढ़ने के लिए उमड़ पड़े, जिससे भगदड़ मच गई। इससे कई लोग दब गए और कुचले जाने से घटनास्थल पर ही उनकी मौत हो गई। इस हादसे में 14 महिलाएं और 3 बच्चों की जान चली गई।
मृतकों की सूची
1. आहा देवी (79), बक्सर, बिहार
2. पिंकी देवी (41), संगम विहार, दिल्ली
3. शीला देवी (50), सरिता विहार, दिल्ली
4. व्योम (25), बवाना, दिल्ली
5. पूनम देवी (40), सारण, बिहार
6. ललिता देवी (35), परना, बिहार
7. सुरुचि (11), मुजफ्फरपुर, बिहार
8. कृष्णा देवी (40), समस्तीपुर, बिहार
9. विजय साह (15), समस्तीपुर, बिहार
10. नीरज (12), वैशाली, बिहार
11. शांति देवी (40), नवादा, बिहार
12. पूजा कुमार (8), नवादा, बिहार
13. संगीता मलिक (34), भिवानी, हरियाणा
14. पूनम (34), महावीर एन्क्लेव, दिल्ली
15. ममता झा (40), नांगलोई, दिल्ली
16. रिया सिंह (7), सागरपुर, दिल्ली
17. बेबी कुमारी (24), बिजवासन, दिल्ली
18. मनोज (47), नांगलोई, दिल्ली
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं और जांच की मांग
इस दर्दनाक हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) ने गहरा शोक व्यक्त किया है। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र सरकार और दिल्ली प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने ट्वीट कर मांग की कि सरकार मारे गए लोगों की सही संख्या जारी करे और लापता तथा घायल लोगों की पहचान सार्वजनिक करे। खड़गे ने कहा कि यूपी की तरह ही अब दिल्ली में भी सच्चाई छिपाने की कोशिश हो रही है। उन्होंने दोषियों को सख्त सजा देने की मांग की है।
अस्पताल में घायलों का इलाज जारी
लोक नायक जय प्रकाश अस्पताल में घायलों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन के अनुसार, कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है। डॉक्टर्स लगातार घायलों की स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
रेलवे प्रशासन की चूक या भीड़ का उन्माद?
इस हादसे के बाद रेलवे प्रशासन की तैयारियों पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यात्रियों का कहना है कि ट्रेनें लेट होने से भीड़ बेकाबू हो गई, जिससे यह त्रासदी हुई। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि रेलवे प्रशासन समय रहते भीड़ को नियंत्रित करता और ट्रेनों के आगमन-प्रस्थान को सुव्यवस्थित करता, तो यह हादसा टाला जा सकता था।
सरकार और रेलवे प्रशासन अब इस हादसे की विस्तृत जांच कर रहे हैं, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदी से बचा जा सके।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की