Explore

Search
Close this search box.

Search

22 February 2025 7:04 pm

लेटेस्ट न्यूज़

महाराजा सुहेलदेव को ‘राजभर’ बताने पर महाराणा जनता पार्टी का विरोध, राज्यपाल को सौंपा जाएगा ज्ञापन

383 पाठकों ने अब तक पढा

जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट

आजमगढ़: महाराजा सुहेलदेव को ‘राजभर’ जाति से जोड़ने के विरोध में महाराणा जनता पार्टी (एमजेपी) ने कड़ा रुख अपनाया है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर शशि प्रकाश सिंह के नेतृत्व में शुक्रवार को जिलाधिकारी को राज्यपाल के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा गया। इसमें मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र में महाराजा सुहेलदेव के नाम के साथ ‘राजभर’ अंकित कर स्मृति द्वार बनाए जाने के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई। पार्टी ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो प्रतिनिधिमंडल स्वयं राज्यपाल से मुलाकात कर इस मामले को उनके संज्ञान में लाएगा।

महाराजा सुहेलदेव के नाम के साथ जाति सूचक शब्द जोड़ने का विरोध

राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर शशि प्रकाश सिंह ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव श्रावस्ती के महान राजा थे, जिन्होंने 1034 ई. में बहराइच में गजनवी सेनापति गाजी मियां को हराया था। उनका व्यक्तित्व और राष्ट्रप्रेम भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है, लेकिन राजनीतिक लाभ के लिए उन्हें ‘राजभर’ जाति से जोड़कर समाज को गुमराह किया जा रहा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ जनप्रतिनिधि अपने निर्वाचन क्षेत्र में जातिगत राजनीति कर रहे हैं और महाराजा सुहेलदेव के नाम के आगे ‘राजभर’ जोड़कर सरकारी खर्चे पर स्मृति द्वार बनवा रहे हैं। इससे न केवल ऐतिहासिक तथ्यों के साथ छेड़छाड़ हो रही है, बल्कि समाज को जातीय आधार पर बांटने का भी प्रयास किया जा रहा है।

मुबारकपुर और शाहगंज में गलत तथ्य प्रसारित करने का आरोप

युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर विवेक सिंह ने बताया कि आजमगढ़ के मुबारकपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक द्वारा कई स्मृति द्वारों और शिलापट्टों पर ‘महाराजा सुहेलदेव राजभर द्वार’ अंकित किया गया है। इसी तरह का कार्य जौनपुर के शाहगंज विधानसभा क्षेत्र में भी किया गया है। उन्होंने इन घटनाओं की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग की।

जनप्रतिनिधियों पर कानूनी कार्रवाई की मांग

एमजेपी के जिलाध्यक्ष पवन सिंह ने कहा कि जो जनप्रतिनिधि इस प्रकार के स्मृति द्वार बना रहे हैं और इसका उद्घाटन कर रहे हैं, उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया जाए। साथ ही, उनके वेतन से इस पर हुए सरकारी खर्च की भरपाई की जाए और कानूनी कार्रवाई की जाए।

राज्यपाल को सौंपा जाएगा ज्ञापन

एमजेपी ने स्पष्ट किया कि यदि इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं हुई तो एक प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल से मुलाकात करेगा और मामले की गंभीरता से अवगत कराएगा।

प्रतिनिधिमंडल में ये नेता रहे शामिल

ज्ञापन सौंपने के दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर शशि प्रकाश सिंह के साथ युवा मंच के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर विवेक सिंह, जिलाध्यक्ष पवन सिंह, आशीष सिंह, मोनू सिंह, एमपी सिंह, बदरे आलम, अभय सिंह, अमित सिंह, आकाश सिंह सहित कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे।

महाराणा जनता पार्टी का यह विरोध जाति के आधार पर ऐतिहासिक व्यक्तित्वों को तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत करने की राजनीति के खिलाफ एक कड़ा संदेश है। पार्टी ने मांग की है कि ऐसे स्मृति द्वारों को तुरंत हटाया जाए और दोषी जनप्रतिनिधियों पर कार्रवाई की जाए। अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या राज्यपाल से मुलाकात के बाद सरकार इस पर कोई ठोस निर्णय लेती है।

Leave a comment

लेटेस्ट न्यूज़