अरमान अली की रिपोर्ट
श्रीनगर: भारत की आन, बान और शान कही जाने वाली कश्मीर घाटी, जिसे कभी “जमीन की जन्नत” और “केसर की क्यारी” के नाम से पहचाना जाता था, एक बार फिर आतंकवाद की साजिशों का शिकार हो गई है। इस बार भारतीय सेना के दो वीर जवानों ने मातृभूमि की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी, जबकि एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। यह दुखद घटना जम्मू जिले में एलओसी (नियंत्रण रेखा) के पास हुए आईईडी (इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) विस्फोट के कारण हुई।
आतंकी साजिश का शिकार बने जवान
प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह विस्फोट आतंकियों द्वारा बिछाए गए आईईडी के कारण हुआ। आईईडी विस्फोट से दो जवान मौके पर ही शहीद हो गए, जबकि एक अन्य जवान गंभीर रूप से घायल है, जिसका सैन्य अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इलाके की घेराबंदी और तलाशी अभियान जारी
घटना के तुरंत बाद सुरक्षाबलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया और सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सेना और स्थानीय प्रशासन मामले की गहन जांच कर रहे हैं ताकि हमलावरों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके। सेना के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, इलाके में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है और संदिग्ध गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
अखनूर सेक्टर में भी मिला मोर्टार शेल
इससे पहले मंगलवार (11 फरवरी) को जम्मू जिले के अखनूर सेक्टर में एक बड़ा विस्फोटक उपकरण पाया गया था। पुलिस अधिकारी के अनुसार, सुबह करीब 10 बजे प्रताप नहर के पास नामंदर गांव में स्थानीय लोगों ने एक मोर्टार शेल देखा। तुरंत सूचना मिलने पर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और इलाके को सुरक्षित कर लिया। इसके बाद बम निरोधक दस्ते को बुलाया गया, जिसने मोर्टार शेल को निष्क्रिय कर दिया।
आतंकी हमलों की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय
हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा किए गए हमलों में तेजी देखी जा रही है। सुरक्षाबलों ने आतंकियों की कई बड़ी साजिशों को नाकाम किया है, लेकिन इस तरह के हमले दर्शाते हैं कि सीमा पार से आतंक फैलाने की साजिशें अब भी जारी हैं।
सरकार और सेना ने इस हमले की कड़ी निंदा की है और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी है। वहीं, पूरे देश में इस घटना को लेकर गहरा शोक और आक्रोश देखा जा रहा है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि आतंकवाद के खिलाफ जारी अभियान को और तेज करने की जरूरत है ताकि शहीद जवानों का बलिदान व्यर्थ न जाए।
Author: मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की