ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
हरदोई पुलिस ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है, जो मैट्रिमोनियल वेबसाइट पर खुद को भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) का अधिकारी बताकर महिला अधिकारियों को शादी का झांसा देकर ठगता था। आरोपी की पहचान हरिकेश पांडेय के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ जिले के भगवानपुर मुफरिद गांव का निवासी है।
कैसे करता था ठगी?
पुलिस जांच में सामने आया कि हरिकेश पांडेय ने अपने दिव्यांग भाई मुकेश कुमार पांडेय के नाम से एक फर्जी प्रोफाइल बनाई थी। वह Shaadi.com जैसी मैट्रिमोनियल साइट पर खुद को हरदोई का ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बताकर महिला अधिकारियों से संपर्क करता था। शादी का झांसा देकर वह पहले उनके विश्वास में आता और फिर पैसों की मांग करता था।
महिला अधिकारी से ठगी का मामला कैसे खुला?
आरोपी ने इसी तरीके से उन्नाव में कार्यरत एक महिला अधिकारी को अपने जाल में फंसा लिया। उसने महिला अधिकारी से कहा कि उसकी नई नियुक्ति हुई है, लेकिन उसे अभी तक वेतन नहीं मिला है, इसलिए उसे पैसों की जरूरत है। इस बहाने से उसने 1 लाख रुपये नकद और 1.23 लाख रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लिए।
कुछ समय बाद आरोपी ने महिला अधिकारी से कहा कि उसका ट्रांसफर हरदोई से कासगंज हो गया है। इस बात पर महिला अधिकारी को शक हुआ। जब उसने जांच की, तो पता चला कि हरदोई में कोई ज्वाइंट मजिस्ट्रेट इस नाम का नहीं है। इसके बाद महिला अधिकारी ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई।
गिरफ्तारी के बाद क्या-क्या मिला?
जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि हरिकेश पांडेय ने लखनऊ में भी एक महिला अधिकारी को इसी तरह ठगा था। पुलिस ने जब उसे गिरफ्तार किया, तो उसके पास से फर्जी आईएएस नियुक्ति पत्र, पैन कार्ड, बैंक पासबुक और हरदोई के जिलाधिकारी (DM) के साथ एडिट की गई फोटो बरामद हुई।
हरदोई के एसपी नीरज कुमार जादौन के अनुसार, आरोपी ने पड़ोसी जिले की एक महिला अधिकारी और लखनऊ में तैनात एक अन्य महिला अधिकारी को भी ठगा था। मामला तब उजागर हुआ जब पीड़िताओं ने अपने पैसे वापस मांगे, लेकिन आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दे दी।
आरोपी ने ठगी की बात कबूली
गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में हरिकेश पांडेय ने अपना अपराध कबूल किया। उसने कहा,
“मेरे छोटे भाई की तबीयत खराब थी, इसलिए मैंने खुद को आईएएस अधिकारी बताकर महिला अधिकारी से पैसे लिए थे। वो भी उधार के रूप में लिए थे। मैंने 1.52 लाख रुपये लिए थे और खुद को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बताया था। मैंने वादा किया था कि पैसे वापस कर दूंगा।”
हालांकि, पुलिस को आरोपी की नियोजित ठगी की कई और घटनाओं का पता चला है और अब उससे जुड़ी अन्य धोखाधड़ी की गतिविधियों की जांच की जा रही है।
एसपी हरदोई ने क्या कहा?
हरदोई के एसपी नीरज कुमार जादौन ने कहा,
“महिला अधिकारी ने धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके आधार पर साइबर थाने में मामला दर्ज किया गया। जांच में पता चला कि आरोपी ने मैट्रिमोनियल साइट पर अपनी फर्जी आईडी बना रखी थी और खुद को ज्वाइंट मजिस्ट्रेट बताकर ठगी कर रहा था। आरोपी ने महिला अधिकारी से 2.10 लाख रुपये की ठगी की थी और लखनऊ की एक महिला अधिकारी को भी ठगा था।”
अब आगे क्या होगा?
फिलहाल, पुलिस ने हरिकेश पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है और उस पर धोखाधड़ी, जालसाजी और धमकी देने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि उसने और कितने लोगों को इसी तरह ठगा है।
यह मामला एक महत्वपूर्ण उदाहरण है कि कैसे सोशल मीडिया और मैट्रिमोनियल साइट्स के जरिए ठगी के नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। पुलिस की अपील है कि लोग किसी भी व्यक्ति पर भरोसा करने से पहले उसकी पूरी जांच-पड़ताल कर लें।
Author: मुख्य व्यवसाय
जिद है दुनिया जीतने की