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November 1, 2024 4:01 pm

22 साल बाद जोगी बनकर घर पहुंचा बेटा निकला ठग, नफीस से बना पिंकू, कैसे खुली पोल?वीडियो ?

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इरफान अली लारी की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के अमेठी (Amethi) जिले का एक मार्मिक वीडियो कुछ दिन पहले खूब वायरल हुआ था। उसमें जोगी के भेष में युवक सांरगी बजाते हुए गाने गाता दिखा (Monk Viral Video)। पता चला कि युवक 22 साल पहले घर से भाग गया था और अब जोगी बनकर लौटा है। 

घरवाले बेटे को वापस पाकर खुशी के आंसू नहीं रोक सके. हालांकि कहानी में बड़ा ट्विस्ट है। अब पता चला है कि जो शख्स जोगी बनकर घर लौटा था वो परिवार का बेटा पिंकू नहीं, बल्कि ठग (Fraud) नफीस है। 

मामला जायस थाना क्षेत्र के खरौली गांव का है। यहां के रहने वाले रतिपाल सिंह अपनी पत्नी और एक बेटे पिंकू के साथ दिल्ली में रहते थे। इस बीच उनकी पत्नी की मौत हो गई. रतिपाल सिंह ने भानुमति से शादी की। फिर साल 2002 पिंकू गायब हो गया। तब पिंकू की उम्र सिर्फ 11 साल थी। परिवार ने बहुत ढूंढा लेकिन पिंकू नहीं मिला। 

इसके 22 साल बाद कहानी में एंट्री हुई एक जोगी की। वो खुद को पिंकू बताकर अमेठी पहुंचा. परिवार से मिला और गाने सुनाए। बोला कि वो संन्यास ले चुका है और झारखंड के पारसनाथ मठ में वापस लौट जाएगा। पहले तो परिवार बेटे के दूर जाने से दुखी हुआ, लेकिन बाद में मान गया। 

फिर आया बड़ा ट्विस्ट

NDTV की रिपोर्ट के मुताबिक, जोगी ने परिवार को एक कहानी सुनाई। बोला कि उसके गुरू ने उसे अयोध्या जाने और परिवार वालों से भिक्षा लेने को कहा है। गांववालों ने मिलकर भिक्षा के तौर पर उसे 13 क्विंटल अनाज दिया। बुआ ने भी 11 हजार रुपये दे दिए। कॉन्टैक्ट में रहने के लिए फोन भी दिया गया। एक फरवरी को जोगी गांव से चला गया। 

कुछ दिन बाद फोन पर बोला कि वो घर लौटना चाहता है जिसके लिए उसे मठ में 10 लाख रुपये देने होंगे। बेटे को वापस पाने के लिए पिता ने अपनी जमीन बेच दी। उन्होंने पिंकू से कहा कि वो मठ आकर पैसे दे देंगे। पिता मठ में ना आएं, इसके लिए पिंकू कई बहाने बनाने लगा। बोला कि पैसे बैंक या UPI से भेज दें। इस पर परिवार को शक हुआ और उन्होंने पूछताछ शुरू की। 

पता चला कि झारखंड में पारसनाथ नाम का कोई मठ नहीं है। इसके बाद रतिपाल ने जायस पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने जांच शुरू की। सामने आया कि जोगी बना युवक पिंकू नहीं, बल्कि नफीस है और वो परिवार को ठगने की कोशिश में था। पुलिस आरोपी की तलाश में जुट गई है। 

कई परिवारों को चूना लगा चुका है

आरोपी बिहार में दरभंगा के रहने वाले शाहिद के परिवार को भी निशाना बना चुका है। खबर है कि वो दो महीने पहले ही वहां गया था। खुद को दिल्ली से गायब हुआ परिवार का बच्चा बताने लगा और दो लाख रुपयों की मांग की। बताया कि वो गोरखपुर के मठ में रहता है। हालांकि परिवार ने पैसे नहीं दिए जिसके बाद आरोपी फरार हो गया। नफीस का भाई राशिद भी कथित तौर पर ऐसे ही काम में लगा हुआ है। आरोप है कि वो जुलाई 2021 में 14 साल पहले खोया हुआ बेटा बनकर एक परिवार को लाखों का चूना लगा चुका है। 

भारतीय सनातन परंपरा ये है नियम

जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी रत्नेश प्रपन्नाचार्य के अनुसार भारतीय सनातन परंपरा में एक आश्रम से दूसरे आश्रम में जाने की व्यवस्था और उसके मूल्य- मानक तो हैं, किंतु संन्यास से गृहस्थ आश्रम में लौटने का सवाल हो या किसी भी आश्रम से किसी भी आश्रम में लौटने का। यह व्यक्ति का अपना निर्णय है, इसके लिए शास्त्र कोई भी शर्त नहीं तय करता। यदि ऐसा कहा जा रहा है, तो वह न्यायसंगत और शास्त्रीय नहीं है।

एसएचओ को सतर्क रहने की दी है हिदायत : एसपी

पुलिस अधीक्षक डा. इलामारन जी. ने कहाकि इस मामले में एसएचओ जायस को सतर्क रहने की हिदायत दी गई है। पुलिस लगातार परिवार के संपर्क में है। किसी भी तरह की ठगी नहीं होने दी जाएगी। पूरे मामले पर पुलिस की नजर है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."