संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में बिजली विभाग का एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। उपखंड कार्यालय में तैनात अस्थाई लाइनमैन सचिव पांडेय पर रेस्टोरेंट मालिक से शराब पीने के लिए 300 रुपए मांगने और पैसे न देने पर बिजली कनेक्शन काटने का आरोप लगा है।
क्या है पूरा मामला?
शहर के एक रेस्टोरेंट के मालिक शैलेंद्र का कहना है कि उनके ऊपर 21,630 रुपए का बिजली बिल बकाया था। पारिवारिक समस्याओं और बीमारी के चलते वह पिछले पांच महीनों से पूरा बिल जमा नहीं कर सके थे। हालांकि, दो महीने पहले उन्होंने 20,000 रुपए जमा किए थे और बाकी रकम जल्द जमा करने का वादा भी किया था।
बीते दिन अस्थाई लाइनमैन सचिव पांडेय रेस्टोरेंट पहुंचे और शैलेंद्र से 300 रुपए शराब के लिए मांगे। जब शैलेंद्र ने पैसे देने से इनकार कर दिया, तो लाइनमैन ने अपने कुछ अन्य सहकर्मियों को बुलाया और बिजली कनेक्शन काट दिया।
रेस्टोरेंट में अंधेरा, ग्राहक भागे
बिजली कटने के कारण रेस्टोरेंट में अंधेरा छा गया, जिससे ग्राहक रेस्टोरेंट छोड़कर चले गए। इस घटना से शैलेंद्र को भारी आर्थिक नुकसान हुआ। मजबूर होकर उन्होंने उपखंड कार्यालय जाकर तत्काल 11,000 रुपए जमा किए, जिसके बाद ही बिजली कनेक्शन बहाल हुआ।
शिकायत और जांच के आदेश
घटना के बाद शैलेंद्र ने एसडीओ (उपखंड अधिकारी) को लिखित शिकायत दी। मामले की गंभीरता को देखते हुए बांदा के अधीक्षण अभियंता नंदलाल ने जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों से तीन दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है।
जनता में आक्रोश
इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है। लोग सवाल उठा रहे हैं कि बिजली विभाग के कर्मचारी ऐसी हरकतों में शामिल होकर आम जनता को परेशान कर रहे हैं। पीड़ित ने उच्चाधिकारियों से न्याय की मांग की है और दोषी लाइनमैन पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
यह मामला बिजली विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार और अधिकारियों की जवाबदेही पर सवाल खड़े करता है। अब देखना यह है कि जांच में दोषी पाए जाने पर क्या कार्रवाई की जाती है और पीड़ित को कब न्याय मिलता है।