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18 January 2025 2:15 am

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सावधान!! दूध, पनीर के रूप में कहीं आप “स्लो प्वाईजन” तो नहीं ले रहे? हजारों लीटर सिंथेटिक दूध, पनीर बरामद

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कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में अरनिया थाना क्षेत्र के डाबर गांव में खाद्य सुरक्षा विभाग ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। यह छापेमारी जिलाधिकारी के आदेश पर की गई, जिसमें भारी मात्रा में नकली पनीर, सिंथेटिक दूध और हानिकारक केमिकल बरामद हुए हैं। इस छापे के दौरान कुल 2,500 किलो नकली पनीर और 4,000 लीटर सिंथेटिक दूध जब्त किया गया, जिसे मौके पर ही नष्ट कर दिया गया।

दिल्ली-एनसीआर में हो रही थी सप्लाई

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि यह मिलावटी दूध और पनीर दिल्ली, नोएडा और गाजियाबाद सहित एनसीआर के बड़े शहरों में बड़ी मात्रा में सप्लाई किया जा रहा था। इन बड़े शहरों में होटल, ढाबों, मिठाई की दुकानों और अन्य खाद्य प्रतिष्ठानों में इस नकली उत्पाद की भारी मांग थी।

पहले भी फेल हो चुके हैं नमूने, फिर भी जारी था गोरखधंधा

चौंकाने वाली बात यह है कि यह कंपनी पहले भी कई बार खाद्य विभाग की जांच में फेल हो चुकी थी, लेकिन फिर भी इसका संचालन जारी था। प्रशासनिक लापरवाही और मिलीभगत के चलते यह जानलेवा खाद्य सामग्री धड़ल्ले से बाजार में बेची जा रही थी।

स्लो पॉइजन है यह मिलावटी उत्पाद

खाद्य विशेषज्ञों के अनुसार, सिंथेटिक दूध और नकली पनीर का सेवन इंसानों के लिए धीमा जहर (स्लो पॉइजन) है। इन मिलावटी उत्पादों में ऐसे रासायनिक तत्व मिले होते हैं, जो दमा, कैंसर, लीवर और किडनी की गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकते हैं। खासतौर पर छोटे बच्चों और बुजुर्गों के लिए यह बेहद घातक हो सकता है।

मिलावटखोर फरार, एफआईआर दर्ज

खाद्य सुरक्षा अधिकारी विनीत कुमार के अनुसार, छापेमारी के दौरान कंपनी के कर्मचारी मौके से फरार हो गए। प्रशासन अब उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।

इलाके में हड़कंप, प्रशासन की सख्ती जारी

इस छापेमारी के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने साफ किया है कि मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी और दोषियों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा।

सवाल बरकरार – कब खत्म होगा मिलावट का खेल?

हालांकि प्रशासन की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि पहले भी सैंपल फेल होने के बावजूद यह कंपनी कैसे लगातार चल रही थी? क्या इसमें स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत है? इस तरह के नकली उत्पादों की पूरी सप्लाई चेन को ध्वस्त करना बेहद जरूरी है, ताकि आम जनता की सेहत से खिलवाड़ न हो सके।

(यह खबर स्वास्थ्य सुरक्षा से जुड़ी है, कृपया जागरूक रहें और किसी भी संदिग्ध खाद्य पदार्थ की सूचना प्रशासन को दें।)

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