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5 February 2025 1:14 pm

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12 साल बाद घर लौटा बेटा, साधु भेष में, सच्चाई जानकर परिजनों का टूटा दिल

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अर्जुन वर्मा की रिपोर्ट

देवरिया जिले के बनकटा थाना क्षेत्र के आघांव गांव में एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है। यहां 12 साल पहले लापता हुए एक हिंदू परिवार के बेटे के लौटने की खबर से जहां पूरा गांव खुशी से झूम उठा, वहीं कुछ दिनों बाद सच्चाई सामने आने पर परिवार और ग्रामीणों को बड़ा झटका लगा।

12 साल पहले लापता हुआ था बच्चा

आघांव गांव निवासी स्वर्गीय नथुनी गौड़ का बेटा सुभाष 12 साल पहले घर से गायब हो गया था। परिवार ने बेटे को ढूंढने की बहुत कोशिश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं चला। सुभाष के माता-पिता को उम्मीद थी कि उनका बेटा एक दिन जरूर लौटेगा।

साधु बनकर आया युवक

दस दिन पहले, भगवा वस्त्र पहने हुए एक साधु परिवार के घर पहुंचा। उसने भीख मांगते हुए घर की महिला मैना देवी को उनके नाम से पुकारा। यही नहीं, उसने परिवार के अन्य सदस्यों के नाम भी सही-सही बताए। उसका चेहरा भी लापता बेटे सुभाष से मिलता-जुलता था। यह देखकर परिवार को यकीन हो गया कि उनका बेटा सुभाष घर लौट आया है।

परिवार की खुशी और बेटे का स्वागत

बेटे को देखकर मां-बाप की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। परिवार ने साधु बने युवक को अपने घर में रुकने का आग्रह किया, जिसे उसने स्वीकार कर लिया। पूरे दस दिनों तक परिवार और ग्रामीण उसे सुभाष मानकर उसका स्वागत-सत्कार करते रहे।

सच्चाई आई सामने

इसी दौरान युवक का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। यह वीडियो जब मऊ के एक व्यक्ति ने देखा, तो उसने तुरंत आघांव गांव में संपर्क किया। फोन पर उसने बताया कि वायरल वीडियो में दिख रहा व्यक्ति मऊ का रहने वाला है और उसका असली नाम मैनुद्दीन उर्फ बिलाई अंसारी है।

सवालों के घेरे में आया फर्जी साधु

मऊ के व्यक्ति द्वारा जानकारी मिलने के बाद परिवार ने युवक से सख्ती से पूछताछ की। पूछताछ में युवक ने स्वीकार किया कि वह सुभाष नहीं है, बल्कि मऊ जिले का निवासी है और उसका नाम मैनुद्दीन है।

ग्रामीणों ने बुलाई पुलिस

युवक की असलियत सामने आने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को गिरफ्तार कर लिया। इस घटना ने पूरे गांव में सनसनी फैला दी।

परिवार का टूटा दिल

जिस बेटे की वापसी की खुशी में परिवार ने दस दिन बिताए, उसकी सच्चाई जानने के बाद उनका दिल टूट गया। बेटे को वापस पाने की उनकी उम्मीदें एक बार फिर चकनाचूर हो गईं।

यह घटना एक तरफ जहां लोगों को भावनात्मक रूप से झकझोरती है, वहीं यह भी याद दिलाती है कि किसी भी बात की पुष्टि किए बिना अंधविश्वास या भावनाओं के बहकावे में नहीं आना चाहिए। पुलिस ने युवक को हिरासत में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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