कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश विधानसभा का शीतकालीन सत्र मंगलवार को एक बार फिर गर्मागर्म बहस का साक्षी बना। सत्र के दौरान ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा और समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायकों के बीच तीखी नोकझोंक हो गई। बहस के बीच जब सपा विधायकों ने ऊर्जा मंत्री पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करीबी को लेकर तंज कसा, तो शर्मा ने भी करारा जवाब दिया।
मामला उस समय गरमा गया जब ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने योगी सरकार की उपलब्धियों का बखान किया। उन्होंने बेहतर बिजली आपूर्ति और कर्मचारियों के हितों की रक्षा का दावा किया। लेकिन इस पर सपा विधायकों ने असहमति जताई और सदन में विरोध प्रदर्शन करते हुए वॉकआउट कर दिया।
सपा के वरिष्ठ विधायक ओम प्रकाश सिंह ने ऊर्जा मंत्री पर निशाना साधते हुए कहा कि शर्मा ने अपनी पढ़ाई गुजरात में की है और अब उत्तर प्रदेश की जनता को परेशान करने आए हैं। गौरतलब है कि अरविंद कुमार शर्मा भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1988 बैच के गुजरात कैडर के अधिकारी रहे हैं।
ओम प्रकाश सिंह ने शर्मा की राजनीतिक पृष्ठभूमि पर सवाल उठाते हुए कहा, “जब ये चुनाव लड़कर आएंगे, तभी इन्हें जनता की समस्याओं का सही अंदाजा होगा।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शर्मा की करीबी का उल्लेख करते हुए कटाक्ष किया, “आपको नेता सदन (योगी आदित्यनाथ) से कुछ सीखना चाहिए। ऐसा लगता है कि आपकी वकालत कहीं और से हो रही है।”
इन तीखे आरोपों का जवाब देते हुए अरविंद शर्मा ने सपा विधायक पर पलटवार किया और कहा, “उन्हें शायद पता नहीं कि मैं सबसे कम दिल्ली जाने वाले नेताओं में से हूं। माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसके साक्षी हैं।” शर्मा ने आगे कहा, “आप मेरे और मुख्यमंत्री के बीच मंथरा वाला काम मत कीजिए।”
उनके इस बयान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मुस्कुराने लगे। शर्मा ने स्पष्ट किया कि वे मुख्यमंत्री के निर्देशों और मार्गदर्शन में ही कार्य करते हैं। उन्होंने कहा, “मैं जो भी करता हूं, उसमें मुख्यमंत्री की पूरी सहमति होती है।”
यह नोकझोंक सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच की तीखी राजनीतिक खींचतान को दर्शाती है, जिसमें व्यंग्य और कटाक्ष के बीच सत्र का माहौल हल्का-फुल्का भी हो गया।