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19 December 2024 2:42 am

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200 वर्षों से कायम कब्जे को डीएम ने कराया मुक्त, हो रही है सराहना

20 पाठकों ने अब तक पढा

चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

गोंडा शहर के इमामबाड़ा मोहल्ले में स्थित 200 वर्ष से भी अधिक पुराने और ऐतिहासिक बड़ी संगत मंदिर को आखिरकार अतिक्रमण से मुक्त कर दिया गया। प्रशासन की इस कार्रवाई का नेतृत्व जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने खुद किया। बुधवार को भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच प्रशासन और नगर पालिका की टीम ने जेसीबी की मदद से अवैध कब्जों को हटवाया और मंदिर परिसर को साफ-सुथरा किया।

मंदिर परिसर पर दबंगों का अवैध कब्जा

बड़ी संगत मंदिर, जो कि भगवान हनुमान जी को समर्पित है, अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन पिछले कुछ समय से इस मंदिर के मुख्य द्वार और परिसर के आस-पास दबंगों ने अवैध तरीके से टिन शेड लगा रखे थे। इन टिन शेडों के नीचे वाहनों की पार्किंग की जा रही थी। यही नहीं, मंदिर के अंदर और बाहर कबाड़ और कचरा जमा होने से वातावरण दूषित हो गया था। मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु इस अतिक्रमण और गंदगी से बेहद परेशान थे।

श्रद्धालुओं की शिकायत पर डीएम ने लिया संज्ञान

मंदिर के पुजारी और भक्तों ने जब इस समस्या की शिकायत जिलाधिकारी नेहा शर्मा से की, तो उन्होंने इस मामले में तत्काल संज्ञान लिया। अतिक्रमणकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला लिया गया। बुधवार को प्रशासन, पुलिस बल और नगर पालिका की टीम के साथ डीएम नेहा शर्मा खुद मौके पर पहुंचीं।

सख्त कार्रवाई और अवैध ढांचों का ध्वस्तीकरण

करीब एक घंटे तक चली इस कार्रवाई में जेसीबी मशीनों की मदद से मंदिर परिसर और रास्ते में अवैध रूप से बनाए गए टिन शेड और अन्य ढांचों को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया गया। अतिक्रमण हटाने के बाद पूरे परिसर की सफाई कराई गई। इस दौरान डीएम ने मंदिर के चारों ओर का निरीक्षण भी किया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि भविष्य में किसी भी प्रकार का अतिक्रमण बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

डीएम की सख्त चेतावनी

जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि किसी ने दोबारा मंदिर परिसर या उसके आसपास अतिक्रमण करने की कोशिश की, तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि मंदिर की पवित्रता और ऐतिहासिक धरोहर को बनाए रखने के लिए विशेष उपाय किए जाएं।

अधिकारियों की उपस्थिति और समन्वित प्रयास

इस कार्रवाई के दौरान डीएम नेहा शर्मा के साथ नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी सौरभ वर्मा, अधिशासी अधिकारी संजय कुमार मिश्र और नगर कोतवाल संतोष कुमार मिश्र सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। प्रशासन, पुलिस और नगर पालिका के समन्वित प्रयासों के चलते यह अभियान सुचारू रूप से संपन्न हुआ।

मंदिर संरक्षण के विशेष निर्देश

कार्रवाई के बाद डीएम ने मंदिर के संरक्षण के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि नियमित रूप से सफाई अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि मंदिर की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित करना प्रशासन की प्राथमिकता है।

इस सफल अभियान से श्रद्धालुओं में खुशी और राहत की भावना है। गोंडा के लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि प्रशासन की इस सख्ती के बाद मंदिर परिसर की पवित्रता और स्वच्छता लंबे समय तक बनी रहेगी।

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