कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की सियासत में हाल ही में तब हलचल मच गई, जब योगी सरकार के मंत्री और भाजपा के सहयोगी दल ‘अपना दल (एस)’ के नेता आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे। इन आरोपों को लेकर सिराथू सीट से समाजवादी पार्टी की विधायक पल्लवी पटेल ने विधानसभा में मुद्दा उठाने की कोशिश की, लेकिन उन्हें बोलने की अनुमति नहीं मिली। इसके विरोध में उन्होंने धरने पर बैठकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
आरोप-प्रत्यारोप का यह सिलसिला तब शुरू हुआ जब पल्लवी पटेल ने मंत्री आशीष पटेल के विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि विभागीय स्तर पर अनियमितताएं हो रही हैं और मंत्री इसके लिए जिम्मेदार हैं। इसके बाद राजनीति में गरमाहट और बढ़ गई, जब आशीष पटेल ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह साजिश का हिस्सा है और पल्लवी पटेल किसी बाहरी व्यक्ति के इशारों पर काम कर रही हैं।
आशीष पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, “साजिशें रचते रहिए, मैं डरने वालों में से नहीं हूं। मैं सरदार पटेल का वंशज हूं, और मुकाबला करना मेरी फितरत में है। मैं विधायक योगेश वर्मा नहीं हूं, जो थप्पड़ खाने और अपमान सहने के बाद चुप रह गए।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि उन पर कंकड़ फेंके जाएंगे, तो वे उसका जवाब पत्थर से देंगे।
मंत्री आशीष पटेल ने यह भी आरोप लगाया कि विभाग के कुछ छोटे अधिकारी अपने ही मंत्रियों को बदनाम करने और चरित्र हनन करने में जुटे हैं। उन्होंने कहा कि इन अधिकारियों का काम आरोपों को रोकने के बजाय झूठे और अधूरे तथ्यों के आधार पर भ्रम फैलाना बन गया है।
वहीं, आशीष पटेल ने साफ कहा कि उनकी पार्टी ‘अपना दल (एस)’ सामाजिक न्याय के मुद्दों को उठाती रहेगी। उन्होंने कहा, “चाहे 69 हजार शिक्षक भर्ती घोटाला हो या अन्य मुद्दे, हम हमेशा मजबूती से अपनी बात रखते रहेंगे। कोई भी साजिश हमारी आवाज को दबा नहीं सकती।”
इस विवाद के बीच पल्लवी पटेल ने मंत्री आशीष पटेल पर भ्रष्टाचार के आरोप सदन में उठाने की पूरी कोशिश की। जब उन्हें बोलने नहीं दिया गया, तो उन्होंने धरने पर बैठकर अपना विरोध दर्ज कराया। पल्लवी पटेल के इस कदम के जवाब में आशीष पटेल ने कहा कि “उनकी फोन कॉल डिटेल से पता चल जाएगा कि वे कहां से निर्देशित हो रही हैं।”
यह घटनाक्रम उत्तर प्रदेश की राजनीति में पारिवारिक और सियासी रिश्तों के टकराव को उजागर करता है। गौरतलब है कि आशीष पटेल और पल्लवी पटेल के बीच पारिवारिक रिश्ते जीजा-साली का है, लेकिन इस विवाद ने सियासी मंच पर रिश्तों को दरकिनार कर दिया है।
आरोपों और प्रत्यारोपों के इस दौर से स्पष्ट है कि आने वाले समय में यह मुद्दा और गरमाएगा, और सामाजिक न्याय तथा भ्रष्टाचार जैसे विषयों पर सियासी दल अपनी-अपनी लड़ाई लड़ते रहेंगे।