हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित राष्ट्रपति पुलिस कलर अवार्ड समारोह में नक्सलवाद के उन्मूलन को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने घोषणा की कि मार्च 2026 तक बस्तर सहित पूरे छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का पूरी तरह से सफाया कर दिया जाएगा। इस मौके पर उन्होंने नक्सलियों को मुख्यधारा में लौटने का आग्रह करते हुए राज्य सरकार की पुनर्वास नीति की भी सराहना की।
अमित शाह ने रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड से संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद के खात्मे के लिए केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, “जब छत्तीसगढ़ नक्सलवाद से मुक्त हो जाएगा, तब पूरा देश इस समस्या से मुक्त हो जाएगा।” गृह मंत्री ने यह भी कहा कि छत्तीसगढ़ पुलिस बल की बहादुरी और कार्यक्षमता के कारण राज्य में नक्सलवाद की कमर तोड़ी जा चुकी है।
छत्तीसगढ़ सरकार की पुनर्वास नीति की सराहना
शाह ने छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा नक्सलियों के लिए बनाई गई पुनर्वास नीति की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि जो नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होना चाहते हैं, उनके लिए सरकार ने शिक्षा, आवास और रोजगार की सुविधाएं सुनिश्चित की हैं। उन्होंने कहा कि आदिवासी इलाकों में स्कूलों और बिजली जैसी बुनियादी सुविधाओं को बेहतर किया गया है।
नक्सल विरोधी अभियान में बड़ी सफलता
गृह मंत्री ने बताया कि पिछले एक साल में छत्तीसगढ़ पुलिस ने नक्सल विरोधी अभियान में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। इस दौरान 287 नक्सली मारे गए, 1,000 नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और 837 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया। शाह ने इस बात पर जोर दिया कि चार दशकों में यह पहली बार है जब नक्सली हिंसा में मारे गए नागरिकों और सुरक्षा बलों की संख्या 100 से कम रही है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों और पुलिस की मेहनत से नक्सलवाद का ताबूत तैयार हो चुका है।
2026 तक नक्सलवाद का खात्मा
अमित शाह ने विश्वास दिलाया कि 31 मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद का पूर्ण अंत कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बस्तर क्षेत्र में विकास और सुरक्षा दोनों को बढ़ावा दिया जा रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों, बिजली और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है।
बस्तर के बदलाव की बात
गृह मंत्री ने बस्तर ओलंपिक का भी जिक्र किया और कहा कि वह 2026 में फिर बस्तर आएंगे और तब कह सकेंगे कि “बस्तर बदल गया है।” उन्होंने कहा कि बस्तर ओलंपिक आदिवासी युवाओं के विकास का एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा और उन नक्सलियों के लिए अवसर देगा जो हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज में पुनः शामिल होना चाहते हैं।
अमित शाह ने 80 के दशक के बस्तर की स्थिति का भी उल्लेख किया जब बिजली की सुविधा नहीं थी और स्कूलों को नक्सलियों द्वारा जला दिया जाता था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के कार्यकाल में बस्तर को विकास के रास्ते पर लाया गया है। उन्होंने पिछली राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने नक्सल विरोधी अभियान में केंद्र सरकार का सहयोग नहीं किया।
इस मौके पर गृह मंत्री ने छत्तीसगढ़ पुलिस को उनकी बहादुरी और नक्सल विरोधी अभियानों में मिली सफलता के लिए बधाई दी। उन्होंने कहा कि पुलिस बल जन सुरक्षा, नशामुक्ति और नक्सल विरोधी अभियानों में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
शाह ने भरोसा दिलाया कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाएंगे और राज्य में शांति व विकास की नई इबारत लिखी जाएगी।