कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
लखनऊ। बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश होने के बाद मामला और गंभीर हो गया है, जब इस प्रकरण को उजागर करने वाले पत्रकार को लगातार धमकियां दी जा रही हैं।
पीलीभीत जिले के 8-10 युवाओं ने आरोप लगाया है कि हुकुम सिंह नामक व्यक्ति ने यूनिसेफ जैसी प्रतिष्ठित संस्था के नाम पर उनसे नौकरी के बदले 8 लाख रुपये प्रति व्यक्ति वसूले। बदले में उन्हें फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और आईडी कार्ड दिए गए। ठगी के बाद जब युवाओं ने अपनी राशि वापस मांगी, तो उन्हें धमकाया गया।
“समाचार दर्पण 24” ने इस मामले की पहली रिपोर्ट 5 दिसंबर 2024 को प्रकाशित की।
रिपोर्ट के अनुसार, हुकुम सिंह, जो लैंड क्राफ्ट कंपनी का मालिक है और गोमती नगर, लखनऊ में आर.के. ट्रेडर्स के पास रहता है, ने यह ठगी का नेटवर्क चलाया। उसका ऑफिस पहले उमंग टावर, विभूति खंड, गोमती नगर में स्थित था। यह ठगी 1 जनवरी 2023 तक बेरोक-टोक जारी रही।
खबर प्रकाशित होने के एक दिन बाद, 6 दिसंबर 2024 को हुकुम सिंह ने मोबाइल नंबर 70117982878 और 8810916192 से पत्रकार को फोन कर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी। पत्रकार के मोबाइल नंबर 9838905000 पर यह धमकी दर्ज हुई। हम इससे संबंधित साक्ष्य के रूप में यहाँ हुकुम सिंह के फोन काल रिकार्डिंग संलग्न कर रहे हैं। लिंक पर क्लिक करें और आप सभी सुनें 👉https://samachardarpan24.com/archives/123582
इतना ही नहीं, 7 दिसंबर 2024 को एक अन्य व्यक्ति, जो खुद को एडवोकेट ब्रजेश कुमार बताता है और बरेली का निवासी है, ने भी पत्रकार को धमकी दी। इस कॉल की रिकॉर्डिंग सबूत के तौर पर मौजूद है। पीड़ितों और सूत्रों का आरोप है कि ब्रजेश कुमार भी इस ठगी में षड्यंत्रकारी और सहयोगी है।
फर्जी भर्ती रैकेट का नेटवर्क:
मास्टर माइंड : हुकुम सिंह, सहयोगी: स्वयं को क्षएडवोकेट बताने वाला ब्रजेश कुमार (बरेली निवासी)
जगह: उमंग टावर, विभूति खंड, गोमती नगर, लखनऊ
फोन नंबर: हुकुम सिंह: 70117982878, 8810916192, धमकी देने के लिए इस्तेमाल नंबर: 9838905000
ठगी का तरीका
बेरोजगार युवाओं को प्रतिष्ठित संस्थान (यूनिसेफ) के नाम पर नौकरी का लालच दिया गया।
फर्जी ज्वॉइनिंग लेटर और आईडी कार्ड थमाए गए। युवाओं से लाखों रुपये ठगे गए। समाचार दर्पण के पास पीडितो द्वारा हुकुम सिंह को भेजे गए आनलाइन भुगतान का विवरण मौजूद है।
पीड़ितों का कदम
युवाओं ने बैंक अकाउंट डिटेल और अन्य सबूतों के साथ लिखित शिकायत दर्ज करवाई है। “समाचार दर्पण 24” ने इस मुद्दे को सार्वजनिक किया, जिसके बाद आरोपी बौखला गए और धमकियों पर उतर आए।
पत्रकारों की सुरक्षा पर सवाल
इस घटना ने पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सच सामने लाने की कोशिशों को धमकियों से दबाने का यह प्रयास न केवल पत्रकारिता पर हमला है, बल्कि न्याय प्रणाली के लिए भी चुनौती है।
पीड़ितों और पत्रकारों ने प्रशासन से इस मामले में तुरंत कार्रवाई की मांग की है ताकि दोषियों को कानून के दायरे में लाया जा सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लग सके।