कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के टड़ियावां थाना क्षेत्र के टेनी गांव में चकबंदी प्रक्रिया को लेकर दो पक्षों के बीच विवाद देर रात हिंसक टकराव में तब्दील हो गया। इस झगड़े में एक पक्ष चकबंदी के समर्थन में है, जबकि दूसरा पक्ष इसका विरोध कर रहा है। आपसी तनाव इतना बढ़ गया कि संजय पाल और उनके साथियों ने दूसरे पक्ष के घरों पर हमला कर दिया और घर के बाहर खड़ी सात बाइकों को क्षतिग्रस्त कर दिया। हमलावरों ने इन बाइकों पर पेट्रोल डालकर आग लगाने की कोशिश भी की। इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जिसमें एक महिला की हालत गंभीर बताई जा रही है।
चकबंदी को लेकर दो पक्ष आमने-सामने
गांव में संजय पाल और उनके समर्थक चकबंदी प्रक्रिया को लागू करवाना चाहते हैं, जबकि अंकुश पाल और उनके सहयोगी इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। इस मुद्दे पर पहले से ही दोनों पक्षों में तनातनी थी, जो देर रात हिंसक संघर्ष में बदल गई। संजय पाल के नेतृत्व में कुछ लोगों ने अंकुश पाल के घर पर हमला बोल दिया।
फायरिंग और पथराव से मचा हड़कंप
अंकुश पाल का आरोप है कि हमले के दौरान संजय पाल और उनके साथियों ने कई राउंड फायरिंग की और घर पर पथराव किया। इस हमले में घर के बाहर खड़ी सात मोटरसाइकिलों को बड़े हथौड़े और लाठियों से तोड़ दिया गया। वहीं, संजय पाल का दावा है कि विवाद की शुरुआत अंकुश पाल की ओर से हुई थी।
घटना के दौरान अंकुश पाल के परिवार की एक महिला हमलावरों के बीच घिर गई और गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तत्काल इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस ने गांव में डाला डेरा
घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रण में लिया। हरदोई के पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने बताया कि टेनी गांव में चकबंदी विवाद के चलते दोनों पक्षों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें पथराव और हमले के कारण सात बाइकें क्षतिग्रस्त हो गईं। गांव में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की पुलिस तैनात की गई है और पुलिस बल ने गांव में कैंप कर लिया है।
विवाद का कारण प्रशासन की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई
हरदोई जिले में चकबंदी प्रक्रिया को लेकर विवाद आम बात है। अक्सर किसानों और ग्रामीणों के बीच चकबंदी को लेकर असहमति होती है। कई बार चकबंदी विभाग के अधिकारियों पर एक पक्ष की तरफदारी करने के आरोप लगते हैं, जिससे विवाद और गहरा जाता है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है और जल्द ही दोषियों के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है।
ग्रामीणों में भय का माहौल
इस हिंसक घटना के बाद गांव में भय और तनाव का माहौल बना हुआ है। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद दोनों पक्षों के लोग डरे हुए हैं। स्थानीय प्रशासन ने सभी को संयम बरतने की अपील की है और मामले को सुलझाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।