सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक शलभ मणि त्रिपाठी का एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वीडियो में विधायक एक अधिकारी को फोन पर फटकार लगाते हुए नज़र आ रहे हैं। मामला प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत एक पात्र व्यक्ति को आवास न मिलने का है।
दरअसल, एक नेत्रहीन और अनुसूचित समाज से आने वाला व्यक्ति अपने आवास की समस्या लेकर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी के पास पहुंचा था। उसका आवास योजना के अंतर्गत आवंटित घर किसी अधिकारी द्वारा अपात्र घोषित कर दिया गया था। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए विधायक ने तुरंत संबंधित अधिकारी को फोन किया और जमकर फटकार लगाई।
वायरल वीडियो में विधायक शलभ मणि त्रिपाठी कहते हैं🗣
“विधायक फोन न करे तो तुम मकान नहीं दोगे? एक पात्र व्यक्ति को मकान नहीं दोगे? तुम्हारा माल तुम्हारे तक नहीं पहुंचा और तुमको सिफारसी फोन नहीं आया? शर्म आती है तुम लोगों को?”
उन्होंने आगे अधिकारी से सवाल किया, “यह नेत्रहीन हैं, अनुसूचित समाज से आते हैं। तुमने इनका आवास क्यों कैंसिल किया? तुमको सिफारिश की ज़रूरत क्यों है? तुमने इनका मकान कैंसिल क्यों किया, इसका कारण मुझे बताओ। तुम अपने पिताजी के पैसे से दे रहे हो मकान कि मोदी जी और योगी जी पैसा भेज रहे हैं? तुम लोग सुधर जाओ। इतना जेल जा रहे हो, इतनी कार्रवाई हो रही है।”
विधायक ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा, “सुधर जाओ, नहीं तो… मतलब एक गरीब आदमी का मकान एक साइन करते हो और छीन लेते हो। इनका मकान देकर मुझे बताना कि मकान की चाभी दे दी है कि नहीं। इनके मकान का पैसा हो गया है।”
उन्होंने अधिकारियों को याद दिलाया कि, “मकान दे रहे हैं मोदी जी और योगी जी। लगता है तुम्हारे पिताजी के पैसे से मकान बन रहा है? आगे इनकी मदद कराना।”
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
वायरल हो रहे इस वीडियो ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। लोग विधायक की इस कार्रवाई की सराहना कर रहे हैं, वहीं सरकारी तंत्र में सुधार की ज़रूरत पर भी चर्चा हो रही है।ऐ
यह घटना स्पष्ट करती है कि सरकारी योजनाओं का लाभ पात्र लोगों तक पहुंचाने में लापरवाही को लेकर अब जनप्रतिनिधि भी सख्त रवैया अपना रहे हैं।