जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश में संभल हिंसा को लेकर सियासत तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव लगातार भाजपा सरकार पर निशाना साध रहे हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश सरकार में पंचायती राज मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने सपा पर तीखा पलटवार किया है। उन्होंने सपा और बसपा की सरकारों के दौरान हुए दंगों और जान-माल के नुकसान का आंकड़ा पेश करते हुए उन पर गंभीर आरोप लगाए।
सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना
आजमगढ़ जिले के अतरौलिया में 8 दिसंबर को आयोजित होने वाली महिला जागरुकता रैली की तैयारियों के सिलसिले में समीक्षा बैठक के दौरान ओम प्रकाश राजभर ने अपने संबोधन में कहा कि सपा के शासनकाल में 815 दंगे हुए, जिनमें 1300 लोगों की जान गई। उन्होंने कहा कि बसपा के शासनकाल में भी 600 दंगे हुए और 1200 लोगों की मौत हुई। कांग्रेस पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि आपातकाल के दौरान कांग्रेस ने लाखों लोगों को जेलों में डालकर दोनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया।
उन्होंने कहा, “इन दलों को कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है। उत्तर प्रदेश में इस समय कानून का राज है, और जो कानून तोड़ेगा, उसके खिलाफ सख्ती से कार्रवाई की जाएगी।”
संभल हिंसा पर विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया
संभल हिंसा को लेकर राजभर ने सपा और विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि संभल की 60 प्रतिशत आबादी अल्पसंख्यकों की है। वहां के विधायक से तंग आकर एक बड़े तबके ने भाजपा को समर्थन दिया, जबकि दूसरे तबके ने विरोध किया। यह झगड़ा इन्हीं दोनों के बीच का है, जिसमें विपक्ष ने माहौल खराब करने का काम किया।
महिला जागरुकता रैली के जरिये एनडीए को मजबूत करने की तैयारी
ओम प्रकाश राजभर ने 8 दिसंबर को सुहेलदेव समाज पार्टी द्वारा आयोजित महिला जागरुकता रैली की तैयारियों की समीक्षा बैठक में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह रैली आने वाले चुनावों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगी और इस रैली के जरिए यह स्पष्ट हो जाएगा कि 2027 में उत्तर प्रदेश में एनडीए की सरकार फिर से बनेगी। उन्होंने कार्यकर्ताओं को रैली की तैयारियों को जोर-शोर से करने का निर्देश दिया।
इस दौरान उन्होंने भाजपा सरकार की कानून-व्यवस्था की तारीफ करते हुए कहा कि प्रदेश में कानून तोड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो रही है और आगे भी जारी रहेगी।
राजनीतिक समीकरणों पर असर
संभल हिंसा और आजमगढ़ की रैली के बहाने ओम प्रकाश राजभर ने सपा, बसपा और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए भाजपा और एनडीए की मजबूती का दावा किया है। अब देखना होगा कि इस रैली और बयानबाजी का आगामी चुनावों में क्या असर पड़ता है।