संतोष कुमार सोनी की रिपोर्ट
बांदा। जिले में आज दिव्यांग समुदाय ने अपनी समस्याओं को लेकर बड़ा प्रदर्शन किया। जनता दल यूनाइटेड के दिव्यांग प्रकोष्ठ के बैनर तले सैकड़ों दिव्यांगों ने जुलूस निकालकर शासन और प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। यह जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा, जहां प्रदर्शनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा।
प्रमुख मांगे
ज्ञापन में दिव्यांग समुदाय ने अपनी कई महत्वपूर्ण मांगें रखीं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
1. अंत्योदय राशन कार्ड: सभी दिव्यांग जनों को अंत्योदय राशन कार्ड से जोड़े जाने की मांग।
2. रुकी हुई पेंशन: दिव्यांग, वृद्ध और विधवा पेंशन को तुरंत बहाल किया जाए।
3. फ्री बिजली और गैस: दिव्यांगों को मुफ्त बिजली और तीन महीने में एक बार मुफ्त गैस सिलेंडर दिया जाए।
4. विकलांग अधिनियम 2016: इस अधिनियम को जमीनी स्तर पर सख्ती से लागू किया जाए।
5. आवास उपलब्धता: दिव्यांग जनों की जांच कराकर उन्हें आवास मुहैया कराया जाए।
6. रोडवेज बसों में सुविधा: रोडवेज बसों में दिव्यांगों को यात्रा के दौरान सुविधा सुनिश्चित की जाए।
7. मारपीट की घटनाओं पर कार्रवाई: दिव्यांगों के साथ होने वाली मारपीट की घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
दिव्यांगों की व्यथा
दिव्यांगों ने प्रदर्शन के दौरान अपनी दुर्दशा का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अक्सर उनके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट की घटनाएं होती हैं, और यदि ऐसा करने वाला उनका कोई संबंधी होता है, तो उसके खिलाफ मामला दर्ज नहीं किया जाता। उन्होंने प्रशासन से अपील की कि इस प्रकार की घटनाओं पर विकलांग अधिनियम 2016 के तहत सख्त कार्रवाई की जाए।
रोडवेज बसों में सुविधाओं की कमी
दिव्यांगों ने रोडवेज बसों में मिलने वाली सुविधाओं की कमी पर भी नाराजगी जताई। उनका कहना है कि उन्हें बसों में न तो प्राथमिकता दी जाती है और न ही उन्हें बैठने के लिए आरक्षित सीटें मिल पाती हैं।
सरकार पर निशाना
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि सरकार और प्रशासन दिव्यांग जनों की समस्याओं के प्रति पूरी तरह उदासीन है। उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया जा रहा है, जिससे उनका जीवन और कठिन होता जा रहा है।
मुख्यमंत्री को सौंपा ज्ञापन
दिव्यांग समुदाय ने अपनी 11 मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। ज्ञापन में प्रशासन से जल्द से जल्द इन समस्याओं का समाधान करने की अपील की गई है।
दिव्यांग समुदाय की चेतावनी
दिव्यांगों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगें जल्द पूरी नहीं की गईं, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उनका कहना है कि उनकी आवाज को अनसुना करना सरकार के लिए भारी पड़ सकता है।
इस प्रदर्शन ने दिव्यांग समुदाय की परेशानियों और उनकी उपेक्षा को उजागर किया है। सरकार को इन मुद्दों पर ध्यान देकर दिव्यांग जनों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।