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December 10, 2024 3:57 am

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हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव : पर्यावरण संरक्षण और लोकसेवा में योगदान के लिए पुलिस दंपती को मिला सम्मान

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ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट

उन्नाव। लखनऊ के आशियाना क्षेत्र स्थित स्मृति उपवन में माँ गायत्री जन सेवा संस्थान और नीशू वेलफेयर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव के दूसरे दिन एक अनूठा दृश्य देखने को मिला। महोत्सव में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित सीनियर सब-इंस्पेक्टर अनूप मिश्रा अपूर्व (प्रभारी, पुलिस कंट्रोल रूम, 112 आरओआईपी, उन्नाव) और उनकी पत्नी सीनियर सब-इंस्पेक्टर रीना पांडेय को महोत्सव आयोजकों द्वारा सम्मानित किया गया।

महोत्सव के आयोजक अरुण प्रताप सिंह और गुंजन वर्मा ने पुलिस दंपती को अंगवस्त्र, पुष्पगुच्छ और प्रतीक चिन्ह प्रदान कर उनके पर्यावरण संरक्षण और समाज कल्याण के कार्यों की प्रशंसा की। इसी क्रम में स्तुति नृत्यम की संयोजिका गीता सक्सेना ने भी संस्था की ओर से इस दंपती को सम्मानित करते हुए उनके प्रयासों की सराहना की।

सम्मान प्राप्त करने के पश्चात अनूप मिश्रा अपूर्व ने महोत्सव के आयोजन मंडल को बधाई दी और कहा कि हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव पिछले तीन वर्षों से निरंतर सफलता की ओर बढ़ रहा है। यह आयोजन न केवल देश की समृद्ध संस्कृति और लोक कलाओं का परिचय कराता है, बल्कि हस्तशिल्प कारीगरों और बुनकरों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने और व्यवसाय को बढ़ावा देने का एक सशक्त मंच भी प्रदान करता है।

महोत्सव के दूसरे दिन का मुख्य आकर्षण सांस्कृतिक संध्या रही, जिसका संचालन सुप्रसिद्ध एंकर प्रदीप शुक्ला ने किया। इस दौरान गीता सक्सेना के निर्देशन में विभिन्न कलाकारों ने अपनी मनमोहक प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। संध्या श्रीवास्तव, पूजा श्रीवास्तव, आभा सिन्हा, रश्मि, नीति शुक्ला, अर्चना श्रीवास्तव, अपर्णा सक्सेना, किरण श्रीवास्तव, कमला और रोली सहित अन्य कलाकारों ने लोकगीतों और सांस्कृतिक नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी।

महोत्सव के आयोजक अरुण प्रताप सिंह और गुंजन वर्मा ने इस अवसर पर बताया कि हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विलुप्त हो रही लोक कलाओं और हस्तशिल्प कारीगरों को प्रोत्साहित करना है। यह आयोजन इन कलाकारों और बुनकरों को उनकी कला को जीवंत बनाए रखने और व्यावसायिक रूप से सशक्त बनाने का अवसर प्रदान करता है।

इस प्रकार, हिंदुस्तान हस्तशिल्प महोत्सव न केवल कला और संस्कृति को बढ़ावा देने का मंच बना है, बल्कि समाज सेवा और लोक कल्याण के कार्यों को सम्मानित करने का भी उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।

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