चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
लखनऊ के आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे पर शनिवार रात एक दर्दनाक हादसा हुआ जिसने एक परिवार की खुशियों को मातम में बदल दिया। इस हादसे में जान गंवाने वाले आयुष दीपक की बहन वर्षा की रविवार को शादी थी। परिवार में हल्दी की रस्में और रतजगा चल रहा था, और हर तरफ खुशी का माहौल था।
रात के जश्न के बीच हुआ हादसा
रिश्तेदार वरुण के अनुसार, शनिवार रात घर के सामने प्लॉट में शादी की तैयारियों के लिए रतजगा हो रहा था। आयुष अपने मामा चंचल और तीन अन्य लोगों को लेकर कार से बाहर गया था। बताया जा रहा है कि खाना कम पड़ने पर वह रिश्तेदारों के साथ कुछ स्नैक्स लेने के लिए निकला था। लेकिन इस बीच उनकी कार एक तेज़ रफ्तार ट्रक से जा टकराई। हादसा इतना भीषण था कि ड्राइविंग सीट पर बैठे आयुष को गंभीर चोटें आईं और इलाज शुरू होने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
रात में ही पहुंची बहन, पर मौत की खबर छुपाई गई
हादसे की जानकारी मिलने पर वर्षा अपने परिवार के साथ देर रात ट्रॉमा सेंटर पहुंची। हालांकि, वहां किसी ने उसे आयुष की मौत की खबर नहीं दी। परिवार के लोग उसे सांत्वना देते हुए यही कहते रहे कि आयुष को आईसीयू में भर्ती किया गया है। किसी तरह समझाकर वर्षा को वापस घर भेज दिया गया ताकि शादी की रस्में पूरी की जा सकें।
मामा ने दी शादी जल्दी करवाने की सलाह
रविवार सुबह जब आयुष के शव का पोस्टमॉर्टम हो रहा था, मामा चंचल ने फोन कर शादी की रस्म जल्दी पूरी करने की सलाह दी। परिवार ने हालात को देखते हुए वर्षा की शादी जल्द से जल्द निपटाने का निर्णय लिया। जैसे ही वर्षा की विदाई हुई, आयुष का शव घर लाया गया, जिससे वहां कोहराम मच गया। शादी के घर में कुछ ही घंटों के भीतर खुशियों की जगह मातम पसर गया।
बेटी की विदाई और बेटे का अंतिम संस्कार एक ही दिन
वर्षा की विदाई के तुरंत बाद परिवार आयुष के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुट गया। बैकुंठधाम में आयुष का अंतिम संस्कार संपन्न किया गया। इस दौरान आयुष के पिता महेंद्रनाथ और मां वंदना की हालत बेहद खराब हो गई। बेटी को विदा करने के बाद बेटे का शव कंधे पर उठाना पिता के लिए असहनीय था। महेंद्रनाथ बदहवास हो गए और चारपाई पर गिर पड़े। रिश्तेदारों ने किसी तरह उन्हें संभाला।
मां की भी बिगड़ी तबियत
वहीं, मां वंदना जो पहले से ही शुगर की मरीज हैं, हादसे की खबर सुनकर बुरी तरह टूट गईं। रिश्तेदारों ने बताया कि आयुष और वर्षा के बीच गहरा भाई-बहन का प्रेम था। आयुष अपनी बहन की शादी को यादगार बनाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा था। बुद्धेश्वर चौराहे के पास स्थित मैरिज लॉन में रविवार रात को शादी की भव्य तैयारियां की गई थीं, लेकिन हादसे ने सारे अरमानों को मिट्टी में मिला दिया।
एक पल में बदल गई खुशियों की तस्वीर
जहां एक तरफ घर में नाच-गाना चल रहा था, वहीं दूसरे ही पल मातम छा गया। पूरे परिवार के सपनों पर मानो एक गहरी चोट लग गई हो। रिश्तेदारों और आस-पास के लोगों ने भी इस हृदयविदारक घटना पर गहरा दुख जताया।
आयुष की असमय मौत से परिवार में शोक का माहौल है। शादी की खुशियों के बीच आए इस दुःख ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया।