हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
सीपत: सूफी संत हज़रत बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह का 66वां उर्स पाक शुक्रवार को संपन्न हुआ। छह दिनों तक चले इस सालाना आयोजन में तकरीर, मुशायरा, कव्वाली और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों के साथ विविध सांस्कृतिक और रचनात्मक कार्यक्रम भी हुए।
उर्स के अंतिम दिन सुबह 8 बजे दारुल उलूम फैजाने बाबा सैय्यद इंसान अली शाह के विद्यार्थियों ने कुरान पढ़ी और कव्वाल रईस अनीस साबरी ने महफ़िल में बाबा इंसान अली शाह और हजरत निजामुद्दीन औलिया की शान में कलाम पेश किया।
उत्तर प्रदेश के किछौछा शरीफ से पधारे धर्मगुरु सैय्यद मोहम्मद राशिद मक्की मियां ने देश और दुनिया में शांति एवं अमन की दुआ की। इस अवसर पर विभिन्न धर्मों के हजारों अनुयायियों ने दोनों हाथ उठाकर “आमीन” कहा। दरगाह इंतेजामिया कमेटी ने आयोजन की सफलता के लिए सहयोग देने वाले सभी विभागों और समुदायों के प्रति आभार व्यक्त किया, जिनमें राजस्व विभाग, ग्राम पंचायत, पुलिस विभाग, व्यापारी संघ, और अन्य स्थानीय संगठन शामिल थे।
हजारों लोगों ने लिया कुल का छींटा, स्वास्थ्य लाभ की मान्यता
उर्स के अंतिम दिन दरगाह कमेटी ने कुल का छींटा देने के लिए चार बड़े कम्प्रेशर मशीनों की व्यवस्था की थी, जिससे वहां मौजूद हजारों लोगों पर गुलाब जल का छींटा डाला गया। मान्यता है कि यह छींटा लेने से बीमारियां दूर होती हैं, इसलिए हर साल देशभर से बड़ी संख्या में लोग यहां इसका लाभ लेने पहुंचते हैं।
जुम्मे के दिन हजारों ने की एक साथ नमाज अदा
शुक्रवार के दिन उर्स का समापन होने के कारण बड़ी संख्या में जायरीनों ने एक साथ जुमे की नमाज अदा की। विशेष रूप से उत्तर प्रदेश से आए धर्मगुरु सैय्यद मोहम्मद राशिद मक्की मियां ने नमाज पढ़ाई। मस्जिद और दरगाह परिसर के साथ-साथ दरगाह के मुख्य सड़क पर भी नमाजियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी।
‘एक रोटी कम खाओ, बच्चों को खूब पढ़ाओ’ कार्यक्रम की प्रशंसा
इस वर्ष दरगाह इंतेजामिया कमेटी ने उर्स के दौरान “एक रोटी कम खाओ, बच्चों को खूब पढ़ाओ” नामक कार्यक्रम शुरू किया, जिसमें 12 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त में कापी और पेन वितरित किए गए। इस पहल को शिक्षा के महत्व को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था, जिसे लोगों ने खूब सराहा।
झूला और मीना बाजार ने आकर्षित किया लोगों को
उर्स के मेले में मीना बाजार के साथ अनेक झूले लगे थे, जहां जायरीन ने न सिर्फ दरगाह में दर्शन किया बल्कि अपनी जरूरत के सामान भी खरीदे और झूलों का आनंद लिया।
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज और टीम ने की चादर चढ़ाई
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज सहित उनकी टीम ने दरगाह में चादर चढ़ाई और प्रदेश में शांति और भाईचारे की दुआ मांगी। कव्वाली के कार्यक्रम में इंतेजामिया कमेटी ने वक्फ बोर्ड की टीम को निशान-ए-लुतरा से सम्मानित किया, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और पूरी रात कव्वाल रईस अनीस साबरी की कव्वाली का आनंद लिया।
मदरसे के सात बच्चों की दस्तारबंदी संपन्न
लुतरा शरीफ के मदरसे, दारुल उलूम फैजाने इंसान अली शाह के सात बच्चों की दस्तारबंदी हुई, जिनमें से चार बच्चों ने कुरान को बिना देखे याद किया और तीन बच्चों ने किरात के विषय को पूरा किया। सभी बच्चों को धर्मगुरु सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब ने पगड़ी बांधी और उन्हें एजाज़-ए-लुतरा से सम्मानित किया।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."