Explore

Search

November 1, 2024 4:08 pm

तुलसी जन्मस्थली और वाल्मीकि मंदिर को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कार्य ठप : प्रशासन की लापरवाही पर उठे सवाल

1 Views

संजय सिंह राणा की रिपोर्ट

चित्रकूट: तुलसीदास की जन्मस्थली राजापुर से महर्षि वाल्मीकि मंदिर तक की सड़क निर्माण परियोजना को लेकर चित्रकूट के लोगों में भारी निराशा और आक्रोश है। लगभग 115 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित राष्ट्रीय राजमार्ग 731 ए जी का निर्माण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन जिला प्रशासन और निर्माण एजेंसी की अनदेखी के कारण यह परियोजना पिछले आठ महीनों से अधर में लटकी हुई है।

सड़क निर्माण में अनियमितताएं और लापरवाही

इस परियोजना में नाला निर्माण से लेकर देवी मंदिर तिराहे का चौड़ीकरण व सुंदरीकरण भी शामिल था। परियोजना का निर्माण कार्य कई जगहों पर अधूरा पड़ा हुआ है, और जहाँ कार्य शुरू हुआ था, वहाँ गुणवत्ता की घोर अनदेखी देखी जा रही है। देवी मंदिर तिराहे के पास सड़क टूट-फूट कर खस्ताहाल हो चुकी है, जिससे स्थानीय बच्चों के लिए खतरा पैदा हो रहा है। स्कूल जाते वक्त गिट्टी और पत्थरों से बच्चों के चोटिल होने की घटनाएं बढ़ रही हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारी इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहे।

नगर पंचायत की लापरवाही और अतिक्रमण के मुद्दे

सूत्रों के अनुसार नगर पंचायत कार्यालय के सामने वर्तमान नगर अध्यक्ष की दुकानों के चलते नाला निर्माण में अवरोध उत्पन्न हो रहा है। देवी मंदिर के समीप स्थित एक प्राचीन कुआँ, जिसे मंदिर स्थानांतरण के लिए हटाने की योजना बनाई गई थी, अधूरा पड़ा हुआ है। यह अधूरा निर्माण छोटे बच्चों के लिए खतरे का कारण बन गया है। मानसून के कारण बारिश का पानी नालों में भर जाता है और गंदगी फैलती है, जिससे संचारी रोगों का खतरा भी बढ़ रहा है। प्रशासन द्वारा संचारी रोगों की रोकथाम के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं, परंतु यह अभियान यहाँ पूरी तरह से विफल साबित हो रहे हैं।

सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अनदेखी

माननीय सर्वोच्च न्यायालय ने आदेश पारित किया है कि सार्वजनिक सुरक्षा के लिए सड़कों और रेलवे लाइनों पर बने धार्मिक स्थलों को हटाया जाना चाहिए। इसके बावजूद देवी मंदिर को दूसरी जगह स्थानांतरित करने की योजना पर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। इससे न केवल सड़क निर्माण रुका हुआ है, बल्कि दुर्घटनाओं का खतरा भी बना हुआ है। कुछ माह पूर्व एक ट्रक अनियंत्रित होकर दुकान में घुस गया था, फिर भी निर्माण कार्य में तेजी नहीं लाई गई।

स्थानीय लोगों की मांग

स्थानीय नागरिकों ने इस महत्वपूर्ण परियोजना को जल्द पूरा करने की मांग की है। उनका मानना है कि अगर यह सड़क बन जाती है तो तुलसी जन्मस्थली और महर्षि वाल्मीकि मंदिर तक सुगम आवागमन के साथ ही राजापुर क्षेत्र का विकास भी संभव होगा। अब सवाल यह है कि जिला प्रशासन और निर्माण एजेंसी द्वारा इस महत्वाकांक्षी परियोजना को कब तक अधर में लटकाए रखा जाएगा, या फिर लोगों को विकास की यह सौगात जल्द मिल पाएगी।

क्या निर्माण कार्य अधर में ही लटका रहेगा?

स्थानीय निवासियों की आशाओं और मांगों को देखते हुए यह सवाल उठता है कि प्रशासन इस दिशा में कब कदम उठाएगा।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."