चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
बरेली में एक बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है, जिसमें नौकरी दिलाने का झांसा देकर एक व्यक्ति के डॉक्यूमेंट्स का दुरुपयोग किया गया। इस धोखाधड़ी का खुलासा तब हुआ, जब बरेली के फूल मियां को आयकर विभाग से 114 करोड़ रुपये का नोटिस मिला। मात्र 400 रुपये की दिहाड़ी पर काम करने वाले फूल मियां को यह नोटिस देखकर भारी झटका लगा।
कैसे हुआ फर्जीवाड़ा
फूल मियां बरेली के ने किला क्षेत्र के कंघी टोला के निवासी हैं और जरी का काम करते हैं। काम की कमी होने पर वे पंजाब, लुधियाना जैसे स्थानों पर भी काम के लिए जाते रहते हैं। 2018 में नौकरी पाने की चाहत में उन्होंने अपने मोहल्ले के गुड्डू सुंदर उर्फ उवैश से संपर्क किया।
गुड्डू तीन-चार बार दुबई जा चुका था, इसीलिए उस पर भरोसा था। गुड्डू ने उन्हें अपने दो साथियों नन्हें उर्फ सुहैल और आसिफ खान से मिलवाया।
इन तीनों ने फूल मियां से नौकरी दिलाने का वादा कर उनके आधार कार्ड, पैन कार्ड, फोटो सहित कई जरूरी दस्तावेज ले लिए और आश्वासन दिया कि जल्द ही उनकी नौकरी लग जाएगी।
हालांकि, कोविड महामारी शुरू होने के बाद नौकरी की बात टलती रही और आखिरकार कहीं कोई नौकरी नहीं मिली।
आयकर विभाग से नोटिस मिलने पर खुली पोल
इस वर्ष फरवरी में फूल मियां को दिल्ली इनकम टैक्स विभाग से नोटिस मिला, जिसमें बताया गया कि उनके नाम से दिल्ली में ‘एचआई क्लाउड इंपैक्स’ नामक एक फर्म रजिस्टर्ड है, और इस फर्म से 2.32 अरब रुपये का लेन-देन हुआ है, जिसके चलते करोड़ों का टैक्स बकाया है।
यह सुनकर फूल मियां स्तब्ध रह गए और तुरंत गुड्डू और नन्हें से संपर्क किया। पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि फूल मियां के डॉक्यूमेंट्स का उपयोग कर फर्जी फर्म बनाई गई और GST में पंजीकरण करवा दिया गया है। पहले तो आरोपियों ने स्थिति ठीक करने का आश्वासन दिया, लेकिन जब कोई हल नहीं निकला तो उन्होंने फूल मियां को धमकियां देनी शुरू कर दीं।
फर्जीवाड़े के शिकार लोगों के लिए सतर्कता जरूरी
यह घटना लोगों के लिए एक चेतावनी है कि वे अपने डॉक्यूमेंट्स को संभलकर रखें और किसी अनजान या संदिग्ध व्यक्ति को नौकरी दिलाने के नाम पर अपने निजी कागजात देने से पहले सावधान रहें।
Author: samachar
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