इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया, सलेमपुर – करवाचौथ का पावन पर्व इस वर्ष सलेमपुर और आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद उत्साह और उल्लास के साथ मनाया गया। सुहागिन महिलाओं ने इस अवसर पर पूरे दिन निर्जल व्रत रखकर शाम को चंद्र दर्शन कर व्रत का समापन किया। खासकर नवविवाहिताओं में इस पर्व को लेकर विशेष उत्साह देखने को मिला।
सुबह से ही महिलाओं ने पूजा-पाठ और करवा चौथ की तैयारी शुरू कर दी थी। दिनभर उपवास रखते हुए, उन्होंने शाम होते ही सोलह श्रृंगार कर छतों पर जाकर चांद का दीदार किया। जैसे ही चंद्रमा ने आकाश में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई, सुहागिनें पूजा की थाली लेकर छतों पर पहुंचीं और चंद्रदेव को अर्घ्य देकर पूजा-अर्चना की।
इस दौरान महिलाओं ने अपने पतियों के हाथों से पानी पीकर व्रत तोड़ा और उनसे आशीर्वाद लिया। पूरे नगर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस त्योहार को धूमधाम से मनाया गया। पति-पत्नी के इस प्यार और समर्पण से भरे इस पर्व को और खास बनाने के लिए महिलाओं ने अपने पतियों के साथ जमकर सेल्फी भी ली और एक-दूसरे को करवा चौथ की कथा भी सुनाई।
करवाचौथ सुहागिनों के लिए एक विशेष त्योहार है, जो न केवल प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, बल्कि अखंड सौभाग्य और जीवनभर के साथ की कामना के साथ मनाया जाता है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."