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December 3, 2024 1:11 am

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लुतरा शरीफ का 66वां सालाना उर्स आज से शुरू, तैयारियां पूरी

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हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ के सीपत के पास ग्राम लुतरा में मशहूर सूफी-संत हुजूर बाबा सैय्यद इंसान अली शाह रहमतुल्लाह अलैह के 66वें सालाना उर्स का आगाज आज, 20 अक्टूबर से हो रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड द्वारा गठित इंतेजामिया कमेटी ने इस 6 दिवसीय उर्स की सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं।

कमेटी के अध्यक्ष इरशाद अली ने बताया कि उर्स का उद्घाटन सुबह 11 बजे परचम कुशाई (ध्वजरोहण) के साथ होगा, जिसमें नागपुर की मटका पार्टी पप्पू नौशाही शामिल होगी। इस साल का उर्स 25 अक्टूबर तक चलेगा और इसे पूरी अकीदत और धूमधाम से मनाया जाएगा।

मुख्य कार्यक्रम और आयोजन

पहले दिन दरगाह से शाही संदल चादर निकाली जाएगी, जो दादी अम्मा की दरगाह खम्हारिया में चढ़ाई जाएगी। रात को नात और तकरीर (धार्मिक प्रवचन) का कार्यक्रम रखा गया है, जिसमें कारी अल्हाज हसन अशरफी और हाफिज मोहम्मद इजरायल साहब शामिल होंगे।

उर्स के दूसरे दिन मजार-ए-पाक का गुस्ल, सलातो सलाम और शिजरा खानी का आयोजन होगा। दरबार में संदल चादर के साथ महफिल-ए-समा का आयोजन होगा, जिसमें दरबारी कव्वाल यासीन शोला और उनके साथी सूफियाना कलाम पेश करेंगे। रात में धार्मिक प्रवचन में किछौछा शरीफ (उत्तर प्रदेश) से आए सैय्यद राशिद मक्की मियां और बिहार के मुफ्ती मोइनुद्दीन चतुर्वेदी शामिल होंगे।

तीसरे दिन दिल्ली के प्रसिद्ध कव्वाल चांद अफजाल कादरी अपनी कव्वाली पेश करेंगे, जबकि चौथे दिन आल इंडिया नातिया मुशायरा का आयोजन होगा, जिसमें कई प्रतिष्ठित शायर शिरकत करेंगे। 24 अक्टूबर की रात को बिजनौर (उत्तर प्रदेश) के मशहूर कव्वाल रईस अनीस साबरी की कव्वाली होगी।

अंतिम दिन 25 अक्टूबर को सुबह कुरान ख्वानी और रंग की महफिल के बाद कुल की फातिहा होगी, जिसमें प्रदेश के अमन-चैन की दुआ की जाएगी।

समाज सेवा और शिक्षा पर जोर

इस साल की एक खास बात यह है कि दरगाह परिसर में ‘कलम का लंगर’ लगाया जाएगा, जिसमें बच्चों और उनके परिजनों को शिक्षा के प्रति जागरूक किया जाएगा। इस कार्यक्रम के तहत “एक रोटी कम खाओ मगर बच्चों को खूब पढ़ाओ” का संदेश दिया जाएगा, और बच्चों को कलम-कॉपी वितरित की जाएगी।

इसके अलावा, प्रदेश भर की समाजसेवी संस्थाओं का सम्मान किया जाएगा, जिन्होंने समाजहित में उल्लेखनीय कार्य किए हैं। उर्स के दौरान 6 दिन 24 घंटे शाकाहारी दरबारी शाही लंगर की व्यवस्था की गई है।

नए दिशा-निर्देश और प्रशासनिक प्रबंधन

इस साल उर्स में डीजे साउंड पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है, और सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग भी निषेध कर दिया गया है। दरगाह परिसर में लगातार सुधार और जीर्णोद्धार कार्य भी किए जा रहे हैं, साथ ही आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं।

कमेटी के सदस्य पूरी मेहनत के साथ उर्स को सफल बनाने में जुटे हुए हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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