कमलेश कुमार चौधरी की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में लगातार जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) विभाग की छापेमारी की कार्रवाई जारी है। इसी क्रम में जालौन जिले के कदौरा क्षेत्र में भी बीते दिन जीएसटी टीम ने छापेमारी की। इस छापेमारी में नगर पंचायत की बीजेपी अध्यक्ष अर्चना शिवहरे के आवास समेत दो अन्य व्यापारियों के ठिकानों को निशाना बनाया गया। अधिकारियों ने इन तीनों स्थानों पर घंटों तक जांच-पड़ताल की और अहम दस्तावेज जब्त किए, जिनकी रिपोर्ट अब उच्चाधिकारियों को भेजी जा रही है।
इस पूरे मामले का संबंध कदौरा थाना क्षेत्र से है, जहां शुक्रवार को जीएसटी विभाग की इनोवा गाड़ियों का काफिला नगर पंचायत अध्यक्ष अर्चना शिवहरे और उनके सहयोगी महेश शिवहरे एवं श्री राम शिवहरे के आवास पर पहुंचा। टीम ने आवास में प्रवेश करते ही वहां मौजूद लोगों से पूछताछ की और घरों में बंद करके आवश्यक कागजात खंगाले। जीएसटी विभाग की यह टीम लखनऊ से आई थी, जिन्होंने खुद को सरकारी अधिकारी बताते हुए सभी को एक कमरे में बंद कर दिया और उनसे गहन पूछताछ की।
नगर पंचायत अध्यक्ष और उनके पति रविकांत शिवहरे से भी पूछताछ की गई। टीम ने अर्चना शिवहरे के पति से आवश्यक दस्तावेज मांगे और जांच की। इसके अलावा, महेश शिवहरे और श्री राम शिवहरे के घर पर भी छानबीन की गई, जिनकी व्यापारिक गतिविधियों से संबंधित दस्तावेजों की जांच की गई। श्री राम शिवहरे, जो एक मोबाइल शॉप के मालिक हैं, उनकी पत्नी प्रीति शिवहरे से भी पूछताछ की गई।
जीएसटी टीम की इस छापेमारी के दौरान किसी को भी घर के अंदर आने या जाने की अनुमति नहीं दी गई। यह कार्रवाई करीब 12 घंटे तक चली, जिसमें परिवार के सदस्यों को उनके घरों में कैद रखा गया। जब मीडिया ने इस पूरे घटनाक्रम पर जीएसटी टीम से प्रतिक्रिया लेने की कोशिश की, तो टीम के सदस्यों ने सिर्फ इतना कहा कि वे लखनऊ से आए हैं और जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
जीएसटी विभाग के लखनऊ स्थित सूचना अधिकारी मिलन तिवारी ने इस मामले की पुष्टि की और कहा कि नगर पंचायत अध्यक्ष अर्चना शिवहरे और उनके सहयोगियों के आवास पर छापेमारी की गई थी।
अब जांच के बाद रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को सौंपी जाएगी, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Author: samachar
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