संजय सिंह राणा की रिपोर्ट
चित्रकूट में रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य तेजी से प्रगति पर है, जिसमें मिट्टी की जरूरत को पूरा करने के लिए स्थानीय किसानों की जमीन से मिट्टी निकाली जा रही है। इस प्रक्रिया में किसानों की पूरी सहमति है, और ठेकेदार ने किसानों से लिखित अनुमति प्राप्त कर ली है। ओहन स्टेशन के पास रेलवे लाइन के इस दोहरीकरण कार्य का ठेका त्रिशूल कंस्ट्रक्शन को मिला हुआ है, जो मिट्टी डालने का काम कर रहा है।
स्थानीय किसानों, जैसे कि साबिर अली, खालिक अली और इसरत अली, ने अपनी भूमि से मिट्टी निकालने के लिए सहमति दी है। उनके अनुसार, यह प्रक्रिया न केवल रेलवे कार्य को आगे बढ़ाने के लिए आवश्यक है, बल्कि उनके खेतों के समतलीकरण में भी सहायक होगी, जिससे भविष्य में बेहतर खेती की जा सकेगी।
किसानों का स्पष्ट कहना है कि मिट्टी निकालने का काम पूरी तरह वैध है और इसमें किसी भी प्रकार का अवैध खनन शामिल नहीं है।
हालांकि, कुछ अराजक तत्वों द्वारा इस वैध प्रक्रिया को अवैध खनन का रूप देकर गलत खबरें फैलाई जा रही हैं। इन फर्जी खबरों के माध्यम से प्रशासन को गुमराह करने की कोशिश की जा रही है, जिससे रेलवे के दोहरीकरण कार्य में बाधा उत्पन्न हो रही है। जबकि सच्चाई यह है कि सहमतिपत्र के अनुसार किसानों ने स्वयं अपनी भूमि से मिट्टी निकालने की अनुमति दी है, जिससे यह कार्य पूरी तरह से कानून के दायरे में है।
इस मामले में अब देखना यह होगा कि जिला प्रशासन इन फर्जी खबरों की जांच कर, अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई करेगा या नहीं। ऐसे तत्वों के कारण महत्वपूर्ण विकास कार्य बाधित हो रहा है, जो कि चिंताजनक है। प्रशासन को इस मामले में जल्द से जल्द ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य बिना किसी रुकावट के पूरा हो सके।
Author: samachar
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